बिहार में कानून-व्‍यवस्‍था को लेकर सत्‍ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने दावे करते रहते हैं लेकिन इन दावों के बीच एक सच यह भी है कि राज्‍य के बहुत से लोग अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही इंतजाम करते दिखते हैं। इस बीच बिहार सरकार के मंत्रियों का बंदूक प्रेम सामने आया है जिससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, पता चला है कि बिहार मंत्रि‍मंडल के आधे से ज्‍यादा सदस्‍यों (31 में से 16) के पास अपनी गन है। अब लोग पूछ रहे हैं कि जब सरकार ने इन माननीयों को फुलप्रूफ सुरक्षा मुहैया करा रखी है तो फिर इन्‍हें अपना प्राइवेट हथियार रखने की जरूरत क्‍या है? 

दरअसल, 2011 में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गई परंपरा के तहत इस बार भी 31 दिसम्‍बर को मंत्रिमंडल के सभी सदस्‍यों ने अपनी संपत्ति का ब्‍यौरा सार्वजनिक किया है। मंत्रियों की बंदूकों की जानकारी इसी से सामने आई है। जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के 16 मंत्रियों के पास अपनी बंदूक, पिस्‍तौल या राइफल है। इसमें खान और भूतत्‍व मंत्री जनक राम के पास 30.06 बोर की एक राइफल है। इस राइफल की कीमत सवा लाख रुपए है। इसके अलावा .32 बोर का एक पिस्‍तौल भी है जिसकी कीमत 4.05 लाख रुपए है। पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी के पास भी चार लाख रुपए की एक राइफल है। 

गन रखने वाले मंत्रियों में मंत्रिमंडल की तीन में दो महिला सदस्‍य भी शामिल हैं। इसमें उपमुख्‍यमंत्री रेनू देवी के पास एक पिस्‍तौल है तो खाद्य एवं उपभोक्‍ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह के पास राइफल और डबल बैरल बंदूक है। गन रखने वाले मंत्रियों में श्रवण कुमार, रामसूरत राय, जमा खान, प्रमोद कुमार, अशोक चौधरी, संतोष सुमन, सुमित कुमार सिंह, सुभाष सिंह, जयंत राज, नारायण प्रसाद और सुनील कुमार भी शामिल हैं।