कई बार मनोवैज्ञानिक यह कहते हैं कि वर्तमान में हमलोग वर्चुअल वर्ल्ड यानी आभासी दुनिया में जी रहे हैं. इसका अर्थ यह हुआ कि धरातल छोड़ हवा-हवाई बातें आम जनजीवन में अधिक असर कर रही हैं. यही कारण है कि लोगों के पास धन तो है परन्तु सुकून नहीं. इसके लिए काफी हद तक आधुनिक तकनीकों का उपभोग व अत्यधिक सुविधापूर्ण जीवन भी जिम्मेदार है. इसी तरह का मामला बिहार के पूर्णिया में तब सामने आया जब एक महिला का मोबाइल गायब हो गया तो उसने फांसी लगा ली. यह मामला सुन हर कोई हैरान है और सवाल पूछे जा रहे हैं कि आखिर एक वस्तु (मोबाइल) से इतना लस्ट कि यह मानव जीवन पर भी भारी पड़ जाए? दरअसल खबर के मुताबिक पूर्णिया में महिला का मोबाइल गायब हुआ तो महिला लक्की सिंह ने अपने ही घर में फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. घटना खजांची हाट थाना के हाउसिंग बोर्ड की है.
बताया जा रहा है कि घटना के वक्त महिला का पति बिट्टू सिंह अपने गांव बनमनखी गया था, और बेटा घर के छत पर खेल रहा था. मृतका के पति बिट्टू सिंह ने कहा कि कुछ देर पहले उनकी पत्नी ने फोन किया था कि उनका मोबाइल गायब हो गया है. जब उनका बेटा छत से नीचे उतरा तो देखा कि उसकी मां लक्की सिंह फांसी के फंदे से झूल रही है. तब उनके बेटे ने उनको फोन किया. वह बनमनखी से भागे-भागे पूर्णिया पहुंचे और इसकी सूचना उसने खजांची हाट पुलिस को दी. सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार सरोज भी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए हैं.
मृतका के पति ने कहा कि उनकी पत्नी को मोबाइल से काफी लगाव था. मोबाइल खो जाने के गम में ही उसने खुदकुशी कर ली है. वहीं, मौके पर पहुंचे सदर एसडीपीओ ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. सूचना मिलते ही जैसे ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो फांसी के फंदे से झूलता हुआ महिला का शव मिला. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही पता चल पाएगा की हत्या है या कुछ और. बहरहाल देखना है कि पुलिस की जांच में क्या मामला सामने आता है