पूरा बिहार भीषण गर्मी व लू की चपेट में है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आसमान से बरस रही आग को लेकर प्रदेश वासियों को सतर्क रहने को कहा है. इस बीच आपदा विभाग ने भी राज्य के सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट भेजा है. विभाग ने डीएम को लाउडस्पीकर से लोगों को जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है. विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सार्वजनिक जगहों पर प्याऊ, पेजयल की व्यवस्था, लू से बीमार हुए लोगों के इलाज के लिए अस्पतालों में विशेष व्यवस्था, कार्यस्थल पर पेयजल की व्यवस्था, लू लगने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सहित कई निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को गर्मी से बचाव के लिए विद्यालय सुबह की पाली में ही संचालित. इसके लिए संबंधित जिला पदाधिकारी के द्वारा समीक्षा कर निर्णय लिया जाना चाहिए.

भीषण गर्मी एवं लू से बचाव के लिए आपदा विभाग ने सभी जिलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है. जिलाधिकारियों को अलर्ट करने की बात बताते हुए आपदा विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि भीषण गर्मी एवं लू से बचाव की दिशा में कार्रवाई के लिए विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं. आम लोगों को गर्मी से राहत मिल सके इसके लिए आवश्यक सुविधा सुनिश्चित कराने को कहा गया है. लू से बचाव के लिए आवश्यक है कि कुछ सावधानी बरतें.

हल्के ढीले-ढाले सूती वस्त्र पहनें
धूप के चश्मे, छाता, टोपी एवं जूते या चप्पल पहनकर ही धूप में निकलें
यात्रा करते समय अपने साथ पानी अवश्य रखें
घरेलू पेय जैसे- नींबू पानी, कच्चे आम का पन्ना, लस्सी आदि पीते रहें जिससे शरीर में पानी की कमी न हो
जानवरों को भी छायेदार स्थानों में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी दें
अपने घरों को ठंडा रखें.
कार्यस्थल में पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें

गर्म हवाओं और लू में क्या न करें

खाली पेट न रहें
बच्चों को खड़े वाहनों में न छोड़ें
पशुओं को छायादार स्थानों पर रखें
आवश्यक न हो तो दिन के 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें
गहरे रंग के भारी एवं तंग वस्त्र पहनने से बचें
बासी भोजन न करें