नवादा पुलिस ने दस साल के बच्चे की हत्या की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है. सदर एसडीपीओ (SDPO) उपेंद्र कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि नगर थाना क्षेत्र के आईटीआई के पास से अपहृत बालक अंशु कुमार का शव बरामद किया गया है. गया (Gaya) जिले के नीमचक बथानी थाना क्षेत्र में एक पहाड़ी से अंशु का शव बरामद किया गया है. संपत्ति के लालच में अंशु के अपने जीजा इंद्रजीत कुमार ने उसकी हत्या (Murder) की. इस अपराध में आरोपी इंद्रजीत के पिता संजय कुमार और उसके चाचा विकास कुमार भी शामिल थे. मंगलवार को गया पुलिस ने नवादा (Nawada) पुलिस के सहयोग से इन तीनों लोगों को गिरफ्तार किया है.

8 जनवरी को अंशु का किया गया था अपहरण

एसडीपीओ ने बताया कि अंशु नवादा शहर के आईटीआई के समीप मोहल्ले के रहने वाले ट्रक ड्राइवर सुनील कुमार का बेटा था. बीते आठ जनवरी को अंशु के जीजा इंद्रजीत ने मिठाई खिलाने के बहाने उसका अपहरण कर लिया था, और पहाड़ घुमाने के बहाने उसी दिन उसे मार डाला था. हत्या के बाद इंद्रजीत ने अंशु की लाश को पहाड़ के खोह में फेंक दिया था. तकनीकी अनुसंधान के आधार पर एसआईटी की टीम ने तीनों लोगों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है. आरोपी इंद्रजीत कुमार ने पुलिस के समक्ष (सामने) स्वीकार किया कि नवादा के वीआईपी कॉलोनी स्थित दो कट्ठा जमीन के लालच में उसने उसकी हत्या की. इस साजिश में उसके पिता और चाचा भी शामिल थे. पूछताछ के दौरान उसने यह भी बताया कि उसके अपने एक और साले की भी हत्या की साजिश कर रखी थी.

पूर्व में दो बार अपहरण करने का कर चुका था प्रयास

वहीं, मृतक बच्चे के चाचा विपिन यादव ने बताया कि उसका जीजा उसका अपहरण करने के लिए दो बार पहले भी आ चुका था. पहली बार वो एक जनवरी को आया था और केवल उसे देखकर चला गया था. इसके बाद फिर वो तीन जनवरी को आया और अंशु के घर में नहीं होने पर वो दोबारा चला गया. लेकिन अंततः आठ जनवरी को वो अंशु को घर के बाहर के गली से उठाने में कामयाब रहा और उसे अपने घर ले जाकर उसकी हत्या कर दी.

अंशु के परिजनों ने उसके हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है. पुलिस ने अंशु के शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर उसे परिजनों को सौंप दिया है.