बिहार में जारी शराबबंदी और फिर जहरीली शराब से होनेवाली लगातार मौत की वजह से अब नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है और लगातार इसको लेकर सरकार को घेरा जा रहा है. बिहार में शराब की वजह से छपरा में 46 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. इधर अब इसको लेकर सियासत तेज हो घई है. नीतीश कुमार ने इसको लेकर अपने बयान में पहले ही कह दिया है कि शराबबंदी कानून किसी हालत में खत्म नहीं किया जाएगा, वहीं दूसरी तरफ छपरा में शराब पीने से मौत के मामले पर गुस्साए नीतीश कुमार ने कहा था कि जो पिएगा, वह मरेगा.

वहीं अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में कहा कि शराब से हो रही मौत को लेकर पूछा जा रहा है की ये मौत कब तक रुकेगी तो हम तो कहेंगे की साफ शब्दों में लिखा है की शराब के सेवन करने से मौत होगी. उन्होंने कहा कि सरकार पूरे मामले को लेकर गंभीर है. संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने CPI विधायक सतेंद्र कुमार की मांग पर कड़ी आपत्ति जताया है. बता दें कि सतेंद्र कुमार ने मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की थी.

उन्होंने आगे भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग देश में राज कर रहे हैं उनके राज्य में क्या हाल है. वहा भी तो शराबबंदी है. आज हम अलग हो गए तो हल्ला कर रहे हैं. गरीब गुरवा को एक लाख रुपया की मदद कर रहे हैं. वहीं उन्होंन कहा कि अभी भी कुछ लोगों को अगर लग रहा है तो बता दें कि बहुत गंदी बात है शराब के सेवन.

नीतीश कुमार ने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि कौन कहां जायेगा ये उनकी इच्छा लेकिन हम तो बताएंगे की क्या सही क्या गलत है. एक बात हम फिर लोगों के बीच जाकर बताएंगे की शराब को लेकर जो कह रहे हैं वो गलत कर रहे हैं. जब शराबबंदी लागू था तब भी और आज दूसरे राज्यों में जहा शराबबंदी नहीं है मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश वहां भी जहरीली शराब से मौत तो हो रही है. जो पीकर मरेगा उसको एक पैसा कम्पन सेशन हम नहीं देंगे.

उन्होंने आगे कहा कि शराब पीकर मृत्यु पर हम उसे सहायता राशि देंगे? ये सवाल ही नहीं पैदा होता.इसलिए यह बातें सही नहीं है. जब हम संसद का चुनाव लड़ते थे तब पार्टियां हमारे साथ नहीं थी फिर भी CPI-CPM के लोग हमारा साथ देते थे.

Input: – Zee News