: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बीते पांच सालों बाद फिर एक बार जनता दरबार (Janta Darbar) की शुरुआत की है. दरबार लगाकर मुख्यमंत्री लगातार लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं. इधर, कार्यक्रम में दूर-दूर से आकर लोग अपनी सालों पुरानी परेशानी सुना रहे हैं और समाधान करने की गुहार लगा रहे हैं. इसी क्रम में इस सोमवार को शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, वित्त और श्रम संसाधन विभाग से जुड़े मामलों की सुनवाई हुई, जिनमें ज्यादातर मामले शिक्षा विभाग से जुड़े रहे.

स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से जुड़े कई मामले 

गोपालगंज से आए छात्र ने सीएम नीतीश से कहा कि उसे स्‍टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. छात्र का कहना था कि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में उसका तीन सालों का कोर्स छह सालों में भी पूरा नहीं हुआ. पूछने पर अधिकारी कहते हैं कि तुम्हें मुख्‍यमंत्री की वजह से ही योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जाओ मैं तुम्‍हें अधिकारी के पास भेजता हूं, वे सारी बात समझ लेंगे. लेकिन इसके बाद भी छात्र अपनी बात बोलता जा रहा था. इस पर मुख्यमंत्री झल्ला गए और बोले, ” प्रवचन देने लगता है सब.”

अधिकारियों को समीक्षा का दिया निर्देश

हालांकि, इसके तुरंत बाद उन्होंने अधिकारी बुलाकर को कहा कि इन शिकायतों को गंभीरता से सुनिए और ध्यान दीजिए. छात्रों की परेशानी दूर कीजिए

. गोपालगंज से स्‍टूडेंट क्रेडिट कार्ड की शिकायतें अधिक आ रही हैं. इसको देख लीजिए. सीएम ने शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी को तलब कर कहा कि ऐसी शिकायतें नहीं आनी चाहिए. साथ ही ऐसे मामलों की समीक्षा कीजिए और जहां भी दिक्कत हो, उसे तुरंत दूर कीजिए.