बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) में अंदरूनी असंतोष को लेकर पार्टी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha) ने अपनी तरफ से सफाई दी है. कांग्रेस के नेता और पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा द्वारा आलाकमान (Congress High Command) को प्रदेश अध्यक्ष को हटाए जाने संबंधी पत्र लिखे जाने पर मदन मोहन झा ने कहा कि कांग्रेस के अंदर लोकतांत्रिक व्यवस्था है और किसी को भी कोई भी बात कहने का अधिकार है. लेकिन अगर कोई मुझे हटाना चाहता है तो इसके लिए पार्टी फोरम पर अपनी बात रखनी चाहिए न कि मीडिया को इसका माध्यम बनाना चाहिए.

शनिवार को कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में मीडिया से बातचीत करते हुए मदन मोहन सिंह ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए सभी पार्टियों के नेताओं ने सदन में शपथ ली है. हम सबका यह दायित्व है कि इसे सफल बनाएं. लेकिन अगर बिहार में शराबबंदी सफल नहीं हो पा रही है तो कृषि कानूनों की तरह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इसे वापस लेने का फैसला करना चाहिए. लेकिन इस फैसले के पहले सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी पार्टियों के नेताओं से सुझाव मांगा जाना चाहिए.

वहीं, कृषि कानूनों पर चर्चा करते हुए बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने इसको वापस लेने का फैसला तो ले लिया है. लेकिन इसके लिए जल्द से जल्द नोटिफिकेशन भी जारी किया जाना चाहिए. उन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में मृत किसानों को शहीद दिए का शहीद का दर्जा दिए जाने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए बिहार में पार्टी की तरफ से कैंडल मार्च का आयोजन किया जा रहा है.