गुजरात की राजधानी गांधीनगर में बड़े घराने से ताल्लुक रखने वाली 9वीं की एक नाबालिग को 20 साल की उम्र के व्यक्ति की हिरासत से छुड़ाकर उसे उसके घर भेजा गया है। दिल्ली में रहने वाले व्यक्ति ने लड़की से फेसबुक पर मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने शादी करने का फैसला किया। 18 जुलाई को लड़की गांधीनगर से सीधे स्कूल से निकलकर उसके साथ हो गई। सीतामढ़ी सदर के एसडीपीओ सुबोध कुमार ने कहा कि लड़की को दो दिन पूर्व रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के गाढ़ा गांव से सूरज कुमार (पिता विजय कुमार मंडल) की चंगुल से बचा लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। लड़की व आरोपी को गुजरात पुलिस अपने साथ ले गई। पुलिस के अनुसार, अपने प्रेमजाल में फांसने का आरोपी शख्स लड़की से अधिक उम्र का है और दिल्ली में मजदूरी करता है। नाबालिग लड़की स्कूल के लिए घर से निकली और इस फेसबुक फ्रेंड के चक्कर में दिल्ली पहुंच गई। रुन्नीसैदपुर थानाध्यक्ष विजय कुमार यादव ने बताया कि गुजरात पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर लड़का-लड़की को ट्रैक कर रही थी। दोनों को गांधीनगर ले जाया गया है।

वहां की पुलिस के मुताबिक, लड़की उस शख्स से फेसबुक पर मिली थी और उसके बाद से दोनों लगातार संपर्क में थे। लड़की के पिता सामाजिक अधिकारिता विभाग में अधिकारी हैं। उनके मोबाइल डेटा में, जांचकर्ताओं को एक अज्ञात नंबर मिला, जिस पर लगातार फोन काल आ रही थी। नंबर दिल्ली का था। आरोपी सूरज दिल्ली-ए-141/05 विनोद नगर, गली नंबर -11 में रह रहा था। वहीं लड़की थाना -सेक्टर -21 गांधी नगर की रहने वाली है। लड़की के लापता होने के एक दिन बाद और उसके एक दिन पहले भी इस नंबर पर काल आई थी। यह केस साइबर सेल देख रहा था। यह बात सामने आई कि लड़की को दिल्ली का टिकट मिला था। एक टीम को दिल्ली भेजा गया और युवक के मोबाइल फोन को निगरानी में रखा गया। जांचकर्ताओं ने पाया कि मोबाइल फोन बिहार जा रहा था। जिसके बाद वह टीम उनका पीछा करती हुई आखिरकार सीतामढ़ी पहुंच गई। पुलिस को पहले संदेह था कि ऐसा न हो कि दोनों नेपाल में प्रवेश कर जाएं। यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम के तहत आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।