राज्य में जबसे शिक्षा विभाग के कमान एक कड़क आईएएस अधिकारी के के पाठक में संभाली है तब से आए दिन वह लगातार कोई ना कोई नया फरमान जारी करते रहते हैं। इसी कड़ी में अब विभाग के तरफ से स्कूलों के बाद यूनिवर्सिटी और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को लेकर भी एक फरमान जारी किया गया है।

अब सरकारी स्कूलों के बाद यूनिवर्सिटी और कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद गायब रहने वाले स्टूडेंट का नाम काट दिया जाएगा। दरअसल, शिक्षक विभाग की तरफ से आज के सभी विश्वविद्यालय के कुल सचिवों को पत्र लिखकर कहा गया है कि क्लासरूम से लगातार 3 दिन तक बिना कोई सूचना दिए गायब रहने वाले छात्र छात्रों का नाम काटा जाए।

इस पत्र में कहा गया है कि अनधिकृत रूप से कोई विद्यार्थी लगातार तीन दिनों तक क्लास रूम में एब्सेंट है तो उन्हें पहले नोटिस भेज कर स्पष्टीकरण मांगे। यदि स्पष्टीकरण असंतोष जनक हो तो उनके नाम यूनिवर्सिटी और कॉलेज से काट दें।

इतना ही नहीं शिक्षा विभाग ने कुलसचिव से जो लेटर लिखा उसमें कहा है कि, इस विभागीय आदेश का पालन सुनिश्चित करें और संबंधित कॉलेज में प्राचार्य से भी इसका पालन करवाएं। बिना सूचना दिए गए रहने वाले विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन भी रद्द करने की कार्रवाई करें।

जिन विद्यार्थियों की 75% या उससे ज्यादा उपस्थित हो उन्हें ही परीक्षा में बैठने के लिए एडमिट कार्ड जारी करें यदि 75% कम उपस्थिति है तो उन्हें एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जाए। आपको बताते चलें कि, छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके अभिभावकों को यह नोटिस मिलनी शुरू हो गयी है कि विद्यार्थी के नहीं आने पर कॉलेज से उनके नाम काट दिए जायेंगे।

इसकी शुरुआत सबसे पहले ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के सीएम साइंस कॉलेज में ऐसे तीन दर्जन छात्र-छात्राओं के नामांकन रद्द किए जा चुके हैं। इस कार्रवाई में जिनका नामांकन रद्द किया गया है, उनमें ऐसे छात्र शामिल हैं, जिन्होंने कॉलेज में नामांकन लेने के बाद कक्षाओं में उपस्थिति तक नहीं दर्ज कराई थी। इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को मिली है।

INPUT : FIRST BIHAR