बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. नीतीश कुमार ने जातीय गणना, लालू यादव पर सीबीआई की कार्रवाई और राजभवन व शिक्षा विभाग के बीच तकरार समेत कई अन्य मुद्दों पर अपनी बात रखी है.

जातीय गणना के बाद आए आंकड़ों में क्या सार्वजनिक किया जा सकता है और क्या नहीं, ये खुलकर नीतीश कुमार ने बताया. नीतीश कुमार ने जातीय गणना पर कहा कि इसमें आए आंकड़ों के बाद अब संख्या को सामने नहीं लाया जाएगा लेकिन इसके अलावे सभी जानकारियों को साझा किया जा सकेगा.

सीएम ने कहा कि जातीय गणना कोई निजी कार्यक्रम नहीं है. सर्वदलीय बैठक में फैसला हुआ था. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट से भी इसपर कोई रोक नहीं है. जातीय गणना का काम पूरा हो गया है. सर्वे कर लिया गया है. अब जो आंकड़े आए हैं उससे जानकारी जमा की जा रही है.

नीतीश कुमार ने कहा कि हर एक चीज का अध्ययन किया जा रहा है. जिसके बाद सबकुछ सामने आ जाएगा. कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने घरों में नहीं रह रहे हैं. सब जानकारी एकत्र की गयी है और अब फीगर तैयार किया जा रहा है. केवल आबादी घोषित करने और जाति की संख्या बताने से नहीं होगा.

हमलोगों ने तो तय किया था कि सबकी आर्थिक स्थिति भी बतायी जाएगी तो वो होगा ही. सबकी आर्थिक स्थिति भी सामने आएगी. वही किया जा रहा है जो सबकी सहमति से तय किया गया था. नीतीश कुमार I.N.D.I.A. गठबंधन पर भी बोले.

उन्होंने कहा कि अगली बैठक मुंबई में है और 31 अगस्त को हमलोग इस बैठक के लिए जाएंगे. सीएम ने कहा कि हम चाहते हैं सभी एकजुट रहें. उन्होंने लालू यादव की जमानत पर किए गए सवाल पर कहा कि बेचारे लालू यादव को बेवजह परेशान किया जा रहा है. केंद्र के इशारे पर ऐसा किया जा रहा है.

वहीं नीतीश कुमार ने शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर कहा कि सब अच्छे से चल रहा है. वहीं राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच चल रहे तकरार को लेकर सीएम ने कहा कि मेरी बात राज्यपाल से हुई है. कोई विवाद नहीं है. रिक्त पदों पर वैकेंसी निकाली गयी है.

उधर चारा घोटाला मामले में आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने लालू यादव के चारा घोटाला मामले में मिली जमानत को रद्द करने की सीबीआई की तरफ से दी गयी अर्जी पर अब 17 अक्टूबर को सुनवाई की तारीख दी है.

INPUT : FIRST BIHAR