जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय झा ने मीडिया से जानकारी साझा करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर बिहार की यात्रा पर निकलेंगे. सीएम नीतीश की यह यात्रा नए साल में होगी और वह जनता के बीच कई मुद्दे लेकर जाएंगे.इनमें एक समाज सुधार का भी मुद्दा होगा.

जाहिर तौर पर संजय झा ने शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार के रुख और जनता के विचार को लेकर इशारा किया है. अब इसको लेकर भाजपा हमलावर हो गई है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि सामाजिक सुधार के बदले अपनी पार्टी में सुधार के लिए यात्रा निकालनी चाहिए.

वहीं, शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश जी कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन लोकसभा में भाजपा की बड़ी जीत होगी. पूर्व मंत्री जीवेश मिश्र ने भी तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार को अब कांवड़ यात्रा निकालनी चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संभावित यात्रा पर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जयसवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा, मुख्यमंत्री जी यात्रा करें अच्छी बात है, लेकिन जहरीली शराब से जो लोग मरे हैं और जिनके बच्चे अनाथ हो चुके हैं, अगर उनके बारे में भी संवेदना व्यक्त करते हैं और उनके लिए कुछ कर दें तो बेहतर होता.

वहीं, नीतीश कुमार के दौरे पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा नीतीश कुमार पार्टी के अंदर सुधार कर लें. पार्टी के अंदर जो समाज सुधार करने के बाद बाहर निकलकर लोगों को समझाएंगे तो ज्यादा सार्थक होगा.नीतीश कुमार की यात्रा पर पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने भी निशाना साधते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा पर निकल रहे हैं? उनको कहिए कि जो उन्होंने पाप किया उसके लिए कावड़ यात्रा पर निकलें और प्रायश्चित करें.100 लोगों से अधिक की मौत हो गई, लेकिन उन्होंने मुआवजा की बात छोड़िए संवेदना का एक शब्द भी नहीं बोला.

नीतीश कुमार के यात्रा पर पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के अंदर कोई कितनी भी यात्रा कर ले, लोकसभा के चुनाव में 40 की 40 सीटें भारतीय जनता पार्टी ही जीतेगी, इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं है. जिस यात्रा की प्लानिंग माननीय मुख्यमंत्री कर रहे हैं ठीक है वह सरकार में है मुख्यमंत्री हैं और सारा संसाधन उनके पास है.

उनको जाना भी चाहिए वहां नहीं जा रहे. अब वे कहीं जाएं, इससे हमें और बिहार की जनता को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. शहनवाज हुसैन ने कहा कि शराबबंदी वाले राज्य में जिनके अभिभावकों ने शराब पी वे दुनिया से चले गए, उनके परिवार का क्या होगा. जहरीली शराब के दोषी पीने वाला ही था या पिलाने वाला भी था.

पिलानेवाले सरकार की नीतियां है. अगर आप जहरीली शराब आज खत्म कर रहे हैं तो इससे पहले खत्म देते तो लोगों की जान बच जाती. बीजेपी शराबबंदी के पक्ष में है, लेकिन जहरीली शराब नशा और फ्री होम डिलीवरी के बहुत सख्त खिलाफ है.

INPUT : NEWS 18