मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जीतन राम मांझी को भाजपा का एजेंट बताने पर बिहार की सियासत गर्म हो गई है। बीजेपी के नेता मांझी के समर्थन में खड़े हो गए हैं और नीतीश कुमार को ही सबसे बड़ा भेदिया बता रहे हैं। बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि दूसरों पर आरोप लगाने वाले नीतीश सबसे बड़े भेदी रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए में रहकर नीतीश गोपनीय बातों को इधर-उधर करते थे।

दरअसल, पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि ठीक ही हुआ कि मांझी महागठबंधन से अलग हो गए। वे महागठबंधन की बातों को बीजेपी से बताते थे। वे चले गए नहीं तो 23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक की बात भी बीजेपी को बता देते। सीधे तौर पर नीतीश ने मांझी को बीजेपी का एजेंट बता दिया था। जिसपर मांझी ने पलटवार किया और कहा कि नीतीश बीजेपी के साथ जाकर फिर से सरकार बनाएंगे।

अब बीजेपी के नेता मांझी के समर्थन में उतर गए हैं। बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा है कि नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन में रहते हुए जितनी बातें दूसरों को बताई है उतनी किसी ने नहीं बताई होंगी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब एनडीए में थे तो गोपनीय बातें इधर-उधर जाकर बताते थे और दूसरों को दोष देते हैं। नीतीश कुमार ने मांझी पर गलत आरोप लगाकर मुसहर समाज और पूरे अनुसूचित जाति के लोगों का अपमान किया है।

वहीं आरजेडी विधायक रीतलाल यादव के यह कहने पर कि रामचरितमानस मस्जिद में लिखी गई, इसपर अश्विनी चौबे ने कहा कि लगता है कि रीतलाल यादव गोस्वमी तुलसीदास और महर्षि वाल्मीकि के पहले जन्मे थे। पलटू राम और उल्टू राम की सरकार मिलकर हिंदू धर्म और धर्मग्रंथों को अपमानित कराने का काम कर रहे हैं। नीतीश और तेजस्वी अपने विधायकों से हिंदुओं को अपमानित कराने का काम कर रहे हैं।