इस मौके पर शरद यादव ने कहा कि देश में मजबूत विपक्ष स्थापित करना समय की मांग है। मैं इस दिशा में न केवल बिखरी हुई तत्कालीन जनता दल बल्कि अन्य समान विचारधारा वाली पार्टियों को एकजुट करने के लिए लंबे समय से काम कर रहा हूं।

इसी वजह से अपनी पार्टी एलजेडी का राजद में विलय करने का फैसला किया। अब मजबूती से लड़ाई लड़ी जाएगी। शरद याव का कहना है कि पहले एकता जरूरी है। बीजेपी से लड़ाई में विपक्षी खेमे का नेतृत्व कौन करेगा, ये बाद का सवाल है।

उन्होंने कहा कि वो जनता दल के अपने पुराने साथियों को एकजुट करने में लंबे अर्से से लगे थे। एक मजबूत विपक्ष का होना आज वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है। अगर समय रहते ऐसा नहीं हो पाता तो ये बड़ी हार होगी। हमें अपने अहम भूलकर बीजेपी के खिलाफ मजबूत फ्रंट बनाना होगा। तभी हम 2024 में उसे शिकस्त देने में कामयाब हो पाएंगे।