बिहार में 1970 एवं 1980 के दशक में पकड़ौआ विवाह का प्रचलन जोरों से चल रहा था. इसी तरह की घटना की याद दिलाती शादी का एक मामला सामने आया है जिसमें लड़का पक्ष के द्वारा कहा जा रहा है कि उसकी जबरन पकड़ौआ शादी की गई है, वहीं लड़की पक्ष के लोगों ने इसे नकारते हुए लव मैरिज करार दिया है.

कहानी में एक पक्ष यानी लड़की के घरवालों का कहना है कि पिछले 6 माह से लड़का एवं लड़की आपस में प्रेम संबंध में थे. पिछले दिनों लड़का रिंटू कुमार के द्वारा लड़की को भगा लिया गया था और इस मामले में थाने में मामला भी दर्ज करवाया गया था. जब पुलिस के द्वारा लड़का को बुलाया गया तो वहीं परिवारजनों ने दोनों की राजी खुशी से शादी कर दी.

क्या है पूरा मामला

पूरा मला तीन जिलों से संबंधित है जिसमें बेगूसराय, समस्तीपुर एवं सीतामढ़ी शामिल है. दरअसल लड़का यानी दूल्हा बेगूसराय जिले के छौराही थाना क्षेत्र के पतला गांव का निवासी रिंटू कुमार है जो वर्तमान में सीतामढ़ी के रुन्नी सैदपुर पंचायत में राजस्व कर्मचारी के पद पर कार्यरत है.

लड़की चंद्रकला रानी समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों चंद्रकला रानी के अभिभावक रिंटू कुमार के यहां शादी का रिश्ता लेकर गए थे लेकिन रिंटू कुमार के द्वारा अभी शादी करने से इनकार कर दिया गया था.

पिछले दिनों रिंटू कुमार छुट्टी पर अपने घर आए थे तब चंद्रकला रानी को भी उसके परिजनों ने अपने एक रिश्तेदार के यहां छौराही थाना क्षेत्र के पतला गांव भेज दिया था, जहां पर दोनों की मुलाकात भी हुई थी और रिंटू कुमार को चाय पर भी बुलाया गया था.

उसके बाद चंद्रकला रानी के परिजनों ने कहा था कि चंद्रकला रानी की परीक्षा का सेंटर सीतामढ़ी में पड़ा है अतः उसकी मदद कर दीजिए. इस पर रिंटू कुमार राजी हो गया. जब चंद्रकला रानी को उसके परिजनों ने सीतामढ़ी पहुंचाया और रिंटू कुमार के पास छोड़ दिया तथा विभूतिपुर थाने में अपहरण का मामला भी दर्ज करवा दिया गया.

मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और इसी क्रम में जब पुलिस के द्वारा रिंटू कुमार से मोबाइल पर संपर्क स्थापित किया गया तब रिंटू कुमार चंद्रकला रानी को लेकर विभूतिपुर थाने पहुंचा जहां पूर्व से ही परिजन मौजूद थे. वहीं के एक मंदिर में दोनों की शादी करवा दी गई. इस मामले में लड़का एवं लड़की पक्ष के अपने-अपने दावे हैं.

एक तरफ जहां लड़की पक्ष का कहना है कि लड़का और लड़की 6 माह से रिलेशनशिप में थे तो वहीं राजस्व कर्मचारी रिंटू कुमार ने इसे एक साजिश के तहत बनाई गई योजना करार दिया है तथा इसे पकड़ौआ विवाह की संज्ञा दी है.

INPUT : NEWS 18