बिहार के सारण जिले के 1 हाई स्कूल में एक अजीबोगरीब घोटाले का खुलासा हुआ है। हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को छात्राओं के लिए चलाई गई सेनेटरी नैपकिन योजना का लाभ दे दिया गया। इतना ही नहीं छात्राओं के लिए आवंटित पोशाक राशि का वितरण भी छात्रों को कर दिया गया। मामले का खुलासा होने के बाद सारण के शिक्षा महकमे में हड़कंप मच गया है।

जिलाधिकारी के आदेश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह स्वयं इसकी जांच कर रहे हैं।  मामला जिले के हलखोरी साह हाई स्कूल का है जहां छात्र और छात्राओं की एक साथ पढ़ाई होती है

इस घोटाले का खुलासा स्कूल के नए हेड मास्टर रईस उल खान ने किया है। प्रधानाध्यापक ने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी दी है कि पिछले 3 वित्तीय वर्षों में पूर्व के प्रधान अध्यापकों द्वारा यह घोटाला किया गया है। स्कूल में उपलब्ध वित्तीय कागजात के अनुसार 3 सालों में सैकड़ों छात्रों को सेनेटरी नैपकिन योजना का लाभ दिया गया।

कमिटि कर रही जांच

विद्यालय के हेड मास्टर रईस उल खान से मिले पत्र के आलोक में जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को जांच का जिम्मा दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने कहा है कि इस मामले की गहन जांच कराई जा रही है। जांच के लिए 2 सदस्य कमेटी बनाई गई है। कमिटी में प्रोग्राम ऑफिसर राजन कुमार गिरी और डीपीओ स्थापना सुनिल कुमार गुप्ता को सदस्य बनाया गया है। जांच की मॉनिटरिंग जिला शिक्षा पदाधिकारी स्वयं कर रहे हैं। डीईओ ने बताया कि यह मामला 2019 से पहले का है। जांच टीम को 1 सप्ताह में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।