मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली जाते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पटना पहुंचे। उनके समर्थकों ने पटना एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इस दौरान आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ और सुखाड़ है, किसान पस्त है और नीतीश कुमार दिल्ली में मस्त हैं। यह विपक्षी एकता नहीं पक्षी एकता है। आरसीपी ने कहा कि पटना में केसीआर आए उठ बैठ होते रहे। बिहार की जनता ने उनपर विश्वास किया और उन्होंने सबको धोखा दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पर उम्र हावी हो गया है।

बिहार में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं



आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार केंद्र सरकार पर उंगली उठाते हैं कि देश में कोई काम नहीं हुआ। आज पहली बार इस देश के लिए गौरव की बात है कि भारत ने दुनिया भर में अर्थव्यवस्था में पांचवां स्थान प्राप्त कर लिया है। हम उस इंग्लैंड से आगे निकल गए, जिसने हमारे ऊपर शासन किया था। लेकिन नीतीश कुमार का कहना है कि देश में काम नहीं हुआ है। पहले वे अपना काम देखें कि उन्होंने राज्य में क्या किया है। बिहार में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं है। बिहार को विकसित प्रदेश बनाने के लिए नीतीश कुमार को जनता ने जनादेश दिया लेकिन वे दिल्ली पहुंचे हुए हैं। नीतीश कुमार को काम में मन नहीं लग रहा है इसलिए वे समय काट रहे हैं और जनता दरबार कर रहे हैं।

सिर्फ समय काट रहे नीतीश



पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि 17 सालो में आज तक कोई ऐसी व्यवस्था नहीं हुई की गांव में और थानों में समस्या का समाधान हो सके। नीतीश कुमार जनता दरबार का खर्च बताएं। वाइट पेपर निकाल ले और बताएं कि जब से जनता दरबार लग रहा है तब से आज तक कितना खर्च हुआ है। नीतीश कुमार को काम करने में मन नहीं लग रहा है वह समय काट रहे हैं। नीतीश कुमार के पास कुछ नहीं कहते है। वे कहते हैं कि उनके पास 7 पार्टियों का समर्थन है, लेकिन टिकट बांटने का समय आएगा तब पता चलेगा कि उनके पास कितना समर्थन है। सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि उन्हें एक चीज के लिए जनता मेडल देगी, वो है इधर से उधर जाने के लिए। वो कहीं भी स्थिर होकर काम नहीं कर सकते हैं।

बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर बोले आरसीपी



जब पत्रकारों ने आरसीपी सिंह से पूछा कि आप बीजेपी कब ज्वाइन कर रहे तब जवाब में उन्होंने कहा कि बस आप देखते रहिए। मैं संगठन का आदमी हूं, बिहार में घूमता हूं, लोगों से मिलता हूं और अपने साथी से बात करता हूं। हमलोग जो भी निर्णय लेंगे बिहार के हित में होगा। हमारे लिए सारे ऑप्शन खुले हुए हैं।