आपने कहीं दहेज की मांग तो कहीं बारात के स्वागत-सत्कार में कमी को लेकर शादी टूटने की बात सुनी होगी या खबर पढ़ी होगी। लेकिन सरकार के शिक्षक भर्ती के नियम बदल देने की वजह से शादी टूटने की बात शायद ही सुनी या पढ़ी हो। दरअसल, बिहार में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। शनिवार को एक शादी टूटने और इससे जुड़ा इकरारनामा इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है।

वायरल इकरारनामा में दावा किया गया है कि बिहार सरकार ने शिक्षक भर्ती का नियम बदल दिया है, ऐसे में आपसी सहमति से शादी को तोड़ा जा रहा है। इकरारनामे में हाई स्कूल शिक्षक भर्ती के लिए वर्ष 2019 में आयोजित स्टेट परीक्षा में सफल युवक की शादी टूटने की चर्चा है।

दर्ज इकरारनामे में धनहा के तमकुहा बाजार निवासी युवक ने दावा किया गया है कि उसने हाई स्कूल के लिए आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की थी। इसके बाद उसकी शादी जटहां बाजार, उत्तर प्रदेश निवासी युवती से तय हुई थी। यह शादी इसी साल 23 मई को होनी थी।

इसी बीच विभाग ने नई शिक्षक नियमावली 2023 को स्वीकृति प्रदान कर दी, जिसमें शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण और भर्ती के लिए जरूरी डिग्रीधारी अभ्यर्थी की बीपीएससी द्वारा परीक्षा लिए जाने का नियम है। इसकी जानकारी होने के बाद युवती के पिता ने शादी तोड़ते हुए इकरारनामा बनवाया ताकि भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

इकरारनामा वायरल होने के बाद जागरण ने इसकी पड़ताल की तो दर्ज नाम और पते की पुष्टि नहीं हो सकी। हालांकि, सीतामढ़ी लाइव इस वायरल इकरारनामे की पुष्टि नहीं करता, लेकिन शनिवार को पूरे दिन इंटरनेट मीडिया पर यह इकरारनामा चर्चा के केंद्र में रहा।

लोगों का कहना था कि इस तरह की घटनाएं आगे भी निश्चित रूप से देखने को मिलेंगी। उल्लेखनीय है कि भर्ती का नियम बदलने से बिहार के उन लाखों अभ्यर्थियों में निराशा का आलम है। जो सातवें चरण की भर्ती का इंतजार कर रहे।

INPUT : JAGRAN