‘हम’ (HAM) के संरक्षक जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे को लेकर संतोष मांझी ने कहा कि मैंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेज दिया है. मेरे इस्तीफा देने की एक ही वजह है.

विलय करने के लिए हमारे पास प्रस्ताव आया था. हमने अपने कार्यकर्ताओं, विधायकों और सभी से बात की तो सभी ने विलय के लिए मना कर दिया. विलय का प्रस्ताव जेडीयू की तरफ से आया था. लेकिन हमें वो मंजूर नहीं था. हम अकेले संघर्ष करेंगे.

मंत्री पद से इस्तीफे के बाद संतोष सुमन ने हम जेडीयू की भावनाओं का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी पार्टी भी बनी है तो कुछ मुद्दों को लेकर बनी है, इसलिए बेहतर था कि हम संघर्ष का रास्ता चुनें, इसलिए हमने विलय का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया.

वहीं एनडीए में जाने के सवाल पर संतोष मांझी ने कहा कि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, हम अकेले भी चुनाव लड़ सकते हैं. आगे क्या होगा इस पर सभी से चर्चा करके फैसला लिया जाएगा. संतोष सुमन ने कहा कि हमारी पार्टी ने खुद को महागठबंधन से अलग कर लिया है.

हम तो रहना चाहते थे लेकिन बड़ी पार्टियां हमकों नहीं रखना चाहती हैं. पार्टी का अस्तित्व खत्म करना चाहती हैं तो हमने महागठबंधन से अलग होने का भी फैसला लिया है. नीतीश कुमार के मनाने के सवाल पर संतोष मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार के मनाने और समझाने की बात तो तब होती है जब आपका अस्तित्व रहे, इसलिए हमने पार्टी को चलाने के लिए अलग होने का फैसला लिया है.

उन्होंने साफ कहा कि जब एक बार इस्तीफा दे दिया तो फिर वापस लेने की बात कहां है. वहीं जीतन राम मांझी के बेटे के इस्तीफे के बाद नीतीश कैबिनेट की मीटिंग टल गई है. नीतीश कुमार के आवास पर मंत्री विजय चौधरी पहुंचे हैं औऱ यहां पर संतोष सुमन के इस्तीफ़े को मीटिंग हो रही है.

बता दें कि मंगलवार साढ़े 11 बजे यह कैबिनेट बैठक होनी थी, जो इस्तीफे की वजह से टल गई है. 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की महाबैठक होने जा रही है. इससे पहले हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा की ओर से नीतीश सरकार में मंत्री जीतनराम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने इस्तीफा दे दिया है. इससे विपक्षी एकता को करारा झटका लगा है.

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