स्पेन में आयोजित एक समारोह में अंतर्राष्ट्रीय रेडियो विज्ञान संघ (यूआरएसआई) द्वारा 2024 का ‘यंग साइंटिस्ट’ अवार्ड प्रदान किया गया है. अवार्ड प्राप्त करने वाले डॉ. अजीत कुमार बिहार के सीतामढ़ी जिले के परिहार थाना क्षेत्र के नरगा गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक दिनेश प्रसाद ठाकुर के पुत्र हैं.

यह सम्मान उन्हें रेडियो विज्ञान के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है. डॉ. कुमार ने एनआईटी से एमटेक और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की (आईआईटी रुड़की) से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है. वह इसरो के चंद्रयान-2 उपग्रह समेत कई मिशनों से भी जुड़े रहे हैं.

डॉक्टर अजीत से हुई बातचीत में बताया कि उनको यह अवार्ड उनके द्वारा किए गए रिसर्च के कारण दिया गया है. उन्होंने कहा कि जो मेरा रिसर्च एरिया है, जिसमें फॉर डिफरेंट वेरियस एप्लीकेशंसन हम सैटेलाइट डाटा प्रोसेस करते हैं.

उन्होंने बताया कि चंद्रयान मिशन 2 से भी जुड़े हुए थे. उन्होंने बताया की उनका पुराना पब्लिकेशंसन है जिसे वह इंटरनेशनल तौर पर पब्लिश किए है. जिसको लेकर उन्हे यह अवार्ड दिया गया है. उन्होंने कहा मेरे कार्य को लेकर लोगों ने जो सराहना की है इसकी वजह से अवार्ड दिया गया है.

उन्होंने यह भी बताया कि जो 35 वर्ष के नीचे के साइंटिस्ट होते हैं, उन्हीं को या यंग साइंटिस्स अवार्ड मिल दिया जाता है.डॉक्टर अजीत का कहना है कि आगे उनका लक्ष्य यही है कि जो भी रिसर्च कर रहे हैं. उसको पॉजिटिव डायरेक्शन में पहुंचाते रहे और अच्छा रिसर्च करते रहे.

यह भी बताया कि वह इंडिया और इटली के कोलैबोरेशन पर ज्यादा रिसर्च करते हैं. उन्होंने बताया इटली एक डेवलप कंट्री है जहां यह सारी टेक्नोलॉजी डेवलप हो रही है. उनका लक्ष्य की इंडिया और इटली के बीच बेस वर्क करके टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को आसान बना सके.

उन्होंने कहा कि इस अवार्ड के मिलने से वह काफी खुश है.डॉक्टर अजीत की प्रारंभिक शिक्षा सीतामढ़ी के सुरसंड से हुई है. उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा काफी इंपोर्टेंट होता है. कहा कि प्राथमिक शिक्षा के दौरान अभिभावक और शिक्षकों के मोटिवेशन का बड़ा योगदान है.

वही, सरयू उच्च विद्यालय के एनसीसी अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि अपने स्कूल के दिनों में डॉ. कुमार राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के बेहतर कैडेट रहे. उन्होंने बताया कि सरयू हाई स्कूल से लेकर एक प्रतिष्ठित युवा वैज्ञानिक बनने तक का उनका सफर बेहद प्रेरणादायक है.

यूआरएसआई का ‘यंग साइंटिस्ट अवार्ड डॉ. कुमार की मेहनत और उत्कृष्टता का प्रतीक है. डॉ. अजीत कुमार के इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर विद्यालय परिवार ने प्रसन्नता व्यक्त की.पूर्व प्रधानाध्यापक अवनिंद्र कुमार, अंजनी कुमार पांडे ने बताया की अजीत कुमार बचपन से ही लगनशील रहा है. यूआरएसआई का ‘यंग साइंटिस्ट अवार्ड डॉ. कुमार की मेहनत और उत्कृष्टता का प्रतीक है.

INPUT : NEWS 18