रेल मंडल के 29 स्टेशनों के पूछताछ केंद्र का नाम बदल दिया गया है। रेलवे पूछताछ केंद्र का नाम अब ‘सहयोग’ हो गया है। पूछताछ केन्द्र के बदले सहयोग नाम दिया गया। बाकायदा इसकी पहल भी शुरू कर दी गई है।

दरअसल, पूछताछ का नाम के बदले इसका सहयोग नाम करने संबंधित नोटिफिकेशन रेल बोर्ड से जारी किया गया है। इसे लेकर जितने भी स्टेशन के पूछताछ काउंटर हैं, सबको बदलकर सहयोग नाम का बोर्ड लगाने की तैयारी चल रही है।

मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी किया है। पूछताछ काउंटर पर यात्रियों को अब सहयोग लिखा हुआ मिल रहा है। काउंटर पर ‘सहयोग’ शब्द पढऩे यात्रियों की पहुंच पहले से ज्यादा बढ़ेगी।

ऐसा हुआ तो सफर के दौरान होने वाली मुश्किल आसान हो जाएगी। पूरे देश के लिए रेलवे ट्रांसपोर्टेशन का अहम माध्यम है और कई सारे लोग रोजाना इसका इस्तेमाल करते हैं। अगर आपको भी ट्रेन से कहीं जाना हो, तो गाड़ी किस प्लेटफॉर्म पर आएगी से लेकर गाड़ी कितनी देर में आएगी, ऐसे तमाम जानकारियों के लिए आप रेलवे स्टेशन पर मौजूद पूछताछ केंद्र का रुख करते है।

सहयोग काउंटर पर यात्री कहां के लिए कब, कौन सी ट्रेन किसी प्लेटफार्म पर आएगी की जानकारी मिलती है। यात्रा के क्रम में यह जानकारी काफी अहम होती है। हालांकि, विभिन्न एप के माध्यम से लोग मोबाइल पर इसकी जानकारी ले रहे है। लेकिन ऐसे लोगों की संख्या अभी बहुत है, जो कंप्यूटर और मोबाइल फ्रेंडली नहीं हो पाए हैं।

सीतामढ़ी जंक्शन के अलावा यह सुविधा जनकपुर रोड, एवं बैरगनिया में शुरू हुई है। इसके अलावा समस्तीपुर, रूसेड़ाघाट, हसनपुर रोड, दरभंगा, बापूधाम मोतिहारी, सहरसा, पूर्णिया कोर्ट, लहेरियासराय, हायाघाट, सकरी, मधुबनी, जयनगर, झंझारपुर, रक्सौल, बाघा, हरिनगर, नरकटियागंज, बेतिया, सुगौली, चकिया, मोतीपुर, सलौना, सिमरी बख्तियारपुर, सुपौल, दौरम मधेपुरा, बनमंखी में भी यह शुरू हुई है।