तेजस्वी यादव को सीबीआई कोर्ट से राहत मिलने के बाद बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने टिप्पणी की है. सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव को जरूर बेल रद्द नहीं करके कोर्ट ने थोड़ी राहत दी है लेकिन इससे ज्यादा शर्म की और क्या बात होगी कि बिहार के उपमुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार के ऊपर कोर्ट में आकर सफाई देना पड़ रहा है. पीएफआई के ऊपर जांच पर सुशील मोदी ने कहा कि बिहार सरकार तो पीएफआई को संरक्षण दे रही है उनके घटक दल चाहे राजद के शिवानंद तिवारी हो या फिर कोई और, ये पीएफआई के लिए खुल के प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं.

सुशील मोदी ने किया ट्वीट
सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि सीबीआई की कोर्ट द्वारा कड़ी फटकार लगने पर तेजस्वी यादव बैकफुट पर आ गए. उनको सीबीआई से माफी मांगनी पड़ी. यदि उनमें हिम्मत है तो उनको सीबीआई को धमकी देने वाले उस बयान पर अड़े रहना चाहिए था. ट्विटर पर ट्वीट जारी करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि “तेजस्वी यादव बैकफुट पर. सीबीआई कोर्ट की कड़ी फटकार. हिम्मत है तो अड़े रहते सीबीआई को धमकी देने वाले बयान पर. माफ़ी माँगनी पड़ी. घोटाले से जुड़े मामले में चार्जशीट और बेल वाले आदमी को नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम बना रखा है.”

सुशील मोदी ने कहा कि आईआरसीटीसी में तेजस्वी यादव के ऊपर जो आरोप है अभी तो उसकी भी जांच होनी बाकी है. सुजाता ग्रुप को पुरी और रांची में किस तरीके से टेंडर मिला और पटना में 3 एकड़ जमीन तेजस्वी यादव के नाम कैसे हो गई. इस जमीन पर 800 करोड़ रुपए की लागत पर मॉल का निर्माण होने जा रहा था. इन सब का जांच होना भी तो बाकी है. पीएफआई पर एनआईए दोबारा से सक्रिय हो चुका है. इस पर सुशील मोदी ने कहा कि पीएफआई पर बैन लग चुका है, लेकिन चोरी छुपे कुछ लोग जरूर काम कर रहे हैं. इसी संदर्भ में जांच हो रही है. हालांकि यह सरकार तो पीएफआई को संरक्षण देती है.

Input:- Zee News