अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के शहर-ए-नौ स्थित एक होटल में सोमवार को भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने हमला कर दिया. इस दौरान विस्फोट और भारी गोलीबारी की आवाज़ें सुनाई दीं. हालांकि मृतकों और घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है. आतंकवादियों ने यह हमला उस होटल पर किया, जहां चीनी राजनयिकों और निवेशकों का काफी आना जाना था. इसी कारण इसे चीनी होटल के तौर पर भी जाना जाता है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक होटल में घुसे हमलावरों के पास आत्मघाती जैकेट भी थे. हमले के दौरान तालिबान लड़ाके भी घायल हो गए थे.

विस्फोट के बाद भारी गोलीबारी
घटना के दौरान मौजूद एक व्यक्ति ने एएफपी को बताया कि पहले बहुत तेज धमाका हुआ और फिर भारी गोलीबारी की गई. तालिबान से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, “हम पाकिस्तान समर्थित इस्लामिक स्टेट (ISIS या IS) द्वारा हमले की संभावना से वाकिफ थे. पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था.” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है और चाहता है कि वह फिर से आतंकी राज्य घोषित करे.

पाकिस्तान के प्रभारी पर हुआ था हमला
बता दें कि तीन दिन पूर्व अफगानिस्तान में पाकिस्तान के प्रभारी उबैद-उर-रहमान निजामानी पर अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला कर दिया था. हमले के तीन दिन बाद वह इस्लामाबाद पहुंचे. हालांकि गनीमत रही कि राजदूत निजामनी सुरक्षित बच गए लेकिन आईएस के आतंकवादी समूह द्वारा दावा किए गए हमले में उनका गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया.

हमले में गार्ड हो गया था घायल
पाकिस्तान सरकार द्वारा घायल गार्ड को हेलीकॉप्टर से वापस लाया गया और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था. आईएस ने रविवार को इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. सोशल मीडिया पर अरबी में एक संक्षिप्त बयान में, आतंकी समूह के खुरासान चैप्टर (ISIS-K) ने दावा किया कि उसके दो सदस्यों ने “मध्यम हथियारों और स्नाइपर्स” से लैस होकर राजदूत और उनके गार्डों को निशाना बनाया, जो शुक्रवार को दूतावास के परिसर में टहल रहे थे.

Input: – News 18