बिहार के सीतामढ़ी जिले में हिंदूओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। हिन्दू से इसाई धर्म अपनाने के लिए एक लाख रूपये का लालच तक दिया जा रहा है। संस्था से जुड़े सदस्यों ने कई लोगों का धर्मांतरण करवा चुके हैं और आज फिर इसी मकसद से वे मेजरगंज थाना क्षेत्र के डुमरी और काहे हरीराम गांव में पहुंचे थे।

लेकिन लोगों विरोध करना शुरू कर दिया। संस्था से जुड़े सदस्य गांव के भोले भाले लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बना रहे थे। कई लोगों को तो एक-एक लाख रुपये देने का भी लालच दे रहे थे। इसी बात को लेकर कुछ लोग बवाल मचाने लगे।

इस दौरान जमकर हंगामा करने लगे। हंगामे की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। बताया जाता है कि महिला और पुरुष धर्म परिवर्तन कराने को लेकर गांव वालों पर दबाव बना रहे थे। उनके पास ईसाई धर्म से जुड़ी किताब भी बरामद किया गया है।

गांव वालों ने इस दौरान धर्म परिवर्तन करने का दबाव देने वाले लोगों को खदेड़कर पकड़ लिया और उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया।बताया जा रहा है कि रामाधार रावत की पत्नी रेणू देवी, बाराही हरिराम डुमरी के नंदू पंडित की पत्नी राम दुलारी देवी धर्म से संबंधित किताब लेकर हिंदुओं को धर्म परिवर्तन कराने पहुंची थी।

हिन्दूओं को ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रही थी। जिसके बाद गांव के लोग इन महिलाओं का विरोध करने लगे। बता दें कि बीते सप्ताह सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना क्षेत्र के रेवासी गांव में भी हिंदू जगा साह ने धर्म परिवर्तन कर पूरे परिवार के साथ क्रिश्चियन धर्म अपना लिया था और अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी एक लाख रुपए का लालच देकर क्रिश्चियन धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रहा था।

एक महीने के भीतर ये लगातार दूसरी बार हिंदुओं को धर्म परिवर्तन कर इसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाने पहुंचे थे। पूर्व के मामले में तो हिंदू परिवार ने ईसाई धर्म अपना भी लिया था। बड़े पैमाने पर हिंदुओं को धर्म परिवर्तन करने के लिए ईसाई धर्म की ओर से एक गिरोह चल रहा है जो हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करा रही है। फिलहाल गिरफ्तार महिलाओं से पुलिस पूछताछ में जुटी है। पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है।

INPUT : FIRST BIHAR