बिहार की राजधानी पटना में गायघाट स्थित उत्तर रक्षा गृह से निकली एक लड़की ने अधीक्षक वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। लड़की का कहना है कि गायघाट स्थित उत्तर रक्षा गृह की अधीक्षक लड़कियों को नशे का इंजेक्‍शन देकर अवैध कारोबार में जाने को मजबूर करती हैं। विरोध करने पर लड़कियों को भूखे रखा जाता है। बाहर निकलने के बाद लड़की किसी भी हाल में उत्तर रक्षा गृह वापस जाने को तैयार नहीं थी। 

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लड़की ने उत्तर रक्षा गृह के अंदर अमानवीय व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है। साथ ही आरोप लगाया कि लड़कियों को जॉब के बहाने बाहर भेजा जाता है। एक संस्था लड़की को लेकर महिला थाने पहुंची, वहां शिकायत की गई है। हालांकि अभी एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। इस संबंध में अधीक्षक का पक्ष जानने के लिए उन्हें मोबाइल पर फोन किया गया और वाट्सएप मैसेज भेजा गया, पर उनसे बात नहीं हो सकी। 

फर्जी परिजन बनाकर सौंपा जाता है

वायरल वीडियो में लड़की ने आरोप लगाया है कि उत्तर रक्षा गृह में एक बांग्लादेशी महिला को मरने पर मजबूर कर दिया गया। यही नहीं, जबरदस्ती होम में रखने को मजबूर किया जाता है। कई बार फर्जी परिजन बनाकर पैसा लेकर पीड़िताओं को भेज दिया जाता है। ज्ञात हो कि उत्तर रक्षा गृह गायघाट में 255 पीड़िताएं रह रही हैं। 

प्रेमी ने सोनपुर स्टेशन पर छोड़ दिया था

यह लड़की शनिवार को एक समाजसेवी संस्था को सड़क पर भटकती हुई मिली थी। संस्था लड़की को गांधी मैदान थाने ले गई। थाने की पुलिस ने बाल कल्याण समिति को भी सूचित किया था कि 14-15 साल की लड़की मिली है। हालांकि, वहां पर चाइल्ड लाइन के कर्मचारी भी पहुंचे थे। बाद में पुलिस ने सरकारी शेल्टर होम के बदले उसे एक संस्था के हवाले कर दिया।

महिला थाने में भी दर्ज नहीं हुई प्राथमिकी

ऐसी लड़कियों को रखने के लिए बालिका गृह बना हुआ है। पूरी रात लड़की संस्था के पास ही रही। यह पूरी तरह गैरकानूनी है। संस्था के सदस्य रविवार को लड़की को लेकर महिला थाने पहुंचे, लेकिन थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। महिला थाने की पुलिस ने संस्था से लिखित में शिकायत करने को कहा है।