बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी करने की प्रकिया शुरू हो गयी है. इसके तहत बागमती नदी पर अतरार और बवनगामा के बीच करीब 0.915 किमी लंबाई में पुल बनेगा. साथ ही एनएच-57 गरहा-हथौड़ी-अतरार-बवनगामा-औराई तक पुल सहित करीब 20 किमी लंबाई में सड़क बनेगी.

इस पुल का सीधा फायदा मुजफ्फरपुर सहित सीतामढ़ी, मधुबनी और दरभंगा जिले के लोगों को होगा. उन्हें पटना पहुंचे में एक-दो घंटे की बचत होगी. इस पुल और सड़क का निर्माण बिहार स्टेट रोड डवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड एडीबी की सहायता से करवायेगा.

यह सड़क बिहार स्टेट हाइवेज प्रोजेक्ट के चौथे चरण का हिस्सा है. इसकी डीपीआर बनाने के लिए कंसल्टेंट बहाली के लिए प्रस्ताव मांगने की प्रक्रिया 20 फरवरी से शुरू होगी. यह प्रक्रिया 23 मार्च को दोपहर 12 बजे चलेगी. इसके बाद प्रस्तावों पर विचार कर आला अधिकारी निर्णय लेंगे.

साथ ही डीपीआर के लिए एजेंसी का चयन होने के अगले छह महीनों में यह डीपीआर बन कर तैयार हो जायेगी. इस डीपीआर पर सरकार की मंजूरी मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण, निर्माण एजेंसी के चयन के बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी. ऐसे में इस पुल और सड़क का निर्माण 2024 में शुरू होने की संभावना है.

सूत्रों के अनुसार इस इलाके के लोगों को सीतामढ़ी या दरभंगा जिले से होकर मुजफ्फरपुर जिला मुख्यालय 55-65 किमी की दूरी तय कर जाना पड़ता था. इस संबंध में बागमती नदी पर पुल और एप्रोच रोड का निर्माण करने की मांग स्थानीय लोग लंबे समय से कर रहे थे. बागमती पुल के बन जाने से जिला मुख्यालय की दूरी सिर्फ 30 किमी हो जायेगी. साथ ही सीतामढ़ी, मधुबनी और दरभंगा जिले के लोगों को भी इसका फायदा होगा. उन्हें पटना पहुंचे में एक-दो घंटे की बचत होगी.

INPUT : PRABHAT KHABAR