World’s Longest Railway Journey: ट्रेन की यात्रा लंबी होती है भारत में भी ट्रेन का सफर कई दिन तक का है. क्या आपको पता है कि दुनिया की सबसे लंबी रेल यात्रा कितने दिन की है और कहां से कहां तक की है. इस यात्रा के दौरान कितने शहरों से होकर यह ट्रेन गुजरती है. इसकी पूरी जानकारी आज हम आपको यहां देने वाले हैं.

भारत में रेलवे के सफर को सबसे सुरक्षित और आरामदायक सफर माना जाता है. लेकिन आज बात दुनिया की उस ट्रेन की जो सबसे लंबी दूरी तय करती है. जो ट्रेन इस रूट पर चलती है उसका नाम है ट्रांस-साइबेरियन. यह मॉस्को से प्योंगयांग तक की यात्रा दुनिया की सबसे लंबी रेल यात्रा को पूरा करती है. रूस के मॉस्को से उत्तरी कोरिया के शहर प्योंगयांग तक 10,214 किलोमीटर की दूरी तय करती है.

ट्रांस-साइबेरियन रेलवे की शुरुआत 1916 में हुई थी. ट्रांस-साइबेरियन रेलवे यात्रियों को मास्को से रूस के ही व्लादिवोस्तोक तक की जर्नी भी कराता है. यह रूट दुनिया का दूसरा सबसे लंबा रेल रूट है. इस रूट पर चलने वाली ट्रेन पहाड़ों और जंगलों से होकर गुजरती है.

यह ट्रेन नॉर्थ कोरिया से रूस के मास्‍को के लिए पैसेंजर्स को एक ट्रेन कार रूस के व्लादिवोस्तोक तक लेकर आती है. उसके बाद ट्रेन कार व्लादिवोस्तोक से मास्‍को के लिए जाने वाली ट्रेन के पीछे जुड़ जाती है. इसकी सबसे खास बात ये है कि किसी भी पैसेंजर को इस यात्रा के दौरान अपनी सीट बदलने की जरूरत नहीं पड़ती है. इस पूरी यात्रा में इसे पूरा होने में 7 दिन 20 घंटे 25 मिनट का समय लगता है. इस दौरान ट्रेन 16 प्रमुख नदियों को पार करती है और 86 शहरों से गुजरती है.

INPUT : ZEE NEWS