बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी (BJP) के नेता नीरज कुमार बबलू (Neeraj Kumar Bablu) ने असम सरकार के फैसले को समर्थन दिया है. उन्होंने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ” असम की बीजेपी सरकार ने सराहनीय काम किया है. मदरसों में सभी तरह की पढ़ाई होनी चाहिए. राज्य में चल रहे सभी मदरसों को सरकारी स्कूल में बदलने का फैसला सही है.” उन्होंने कहा, ” मदरसों में पढ़ाई के लिए फंड तो राज्य सरकार की ओर से ही जाता है, लेकिन लगभग सभी मदरसों में अपने मन मुताबिक पढ़ाई कराई जाती है. वहां ना तो हिंदुस्तान के हिसाब से पढ़ाया जाता है. ना पढ़ाई की तरह पढ़ाई कराई जाती है.”

बच्चों के दिमाग में डाली जाती है गलत बात

उन्होंने कहा,” मदरसों में  हिंदुस्तान के खिलाफ बताया जाता है. बच्चों के दिमाग में डाला जाता है कि यह देश उनका नहीं है, यहां हम लोगों को परेशानी होती है. शिक्षकों द्वारा बच्चों के दिमाग में इस तरह की बातें भर दीं जाती हैं. ऐसे में निश्चित रूप से इसको सही करने की आवश्यकता है. जो आम स्कूलों में पढ़ाया जाता है, वही मदरसे में भी पढ़ाया जाना चाहिए. स्कूलों में धर्म के बारे में पढ़ाई होनी चाहिए और सभी स्कूलों में होती भी है.”

बीजेपी नेता ने कहा, ” मदरसे में पढ़ाने वालों को कहना चाहता हूं कि वे धर्म के बारे में बच्चों को बताएं, लेकिन देश के खिलाफ बच्चों के दिमाग में गलत भरना बंद करें. यह बिल्कुल गलत है. चूंकि मदरसा शिक्षण संस्थान है, तो वहां हर विषय की पढ़ाई होनी चाहिए और सभी तरह के शिक्षक होने चाहिए. क्या मदरसा में हिंदू शिक्षक नहीं रहेंगे? मदरसा भी एक तरह से स्कूल है और यहां बच्चों को पढ़ाने के हिसाब से काम होना चाहिए.”

पुरानी बातों की दिलाई याद

पर्यावरण मंत्री ने कहा, ” मदरसों में हमारे देश का जो एजुकेशन सिस्टम है, उसके हिसाब से ही पढ़ाई होनी चाहिए.” उन्होंने बताया कि 10 साल पहले वे जेडीयू (JDU) नेता शाहिद अली खान के साथ मदरसा के कार्यक्रम में गए थे. हालांकि, मदरसा में किसी को यह जानकारी नहीं थी कि हिंदू एमएलए आने वाले हैं. वहां कार्यक्रम शुरू हुआ. लेकिन बच्चों ने ऐसी प्रस्तुती दी कि अजीब लगा. शुरू से ही देश के खिलाफ बातें की जा रही थीं.” 

नीरज बबलू ने कहा, ”  हमने देखा है कि जो मौलवी-पादरी होते हैं, वे देश के खिलाफ बच्चों को समझाते रहते हैं. ये बिल्कुल गलत है. इसकी जांच की आवश्यकता हो तो जांच भी करा लेनी चाहिए. लेकिन बच्चों की एजुकेशन की बात है, तो वहां उन्हें सही तरह का एजुकेशन मिलना चाहिए. सभी लोग हिंदुस्तानी हो जाएंगे, तभी जाकर हिंदुस्तान बेहतर होगा. मदरसा के एजुकेशन सिस्टम  को सही करना बिल्कुल जरूरी है.

असम सरकार ने लिया ये फैसला

बता दें कि असम में वित्त और शिक्षा मंत्री हेमंता बिस्वा शर्मा ने एलान किया है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित मदरसों को स्कूल में बदल दिया जाएगा और कुछ मामलों में टीचर्स को सरकारी स्कूल में शिफ्ट करके मदरसा बंद किया जाएगा. इस फैसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर आरोप भी लगने लगे हैं. हालांकि, बिहार में बीजेपी नेता इसका समर्थन कर रहे हैं. 

INPUT: abp news