केंद्र की सेना भर्ती अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में युवाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है. यूपी-बिहार में इसका असर कुछ ज्यादा देखने को मिल रहा है. योजना के खिलाफ आज ‘भारत बंद’ किया गया है. बिहार-झारखंड में आज स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है. इस बीच, आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने बिहार हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है.

‘सरकार दबा रही आवाज’
गोपल राय ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि मोदी सरकार लोगों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं कह रहा हूं कि बिहार और पटना में जो कुछ हुआ वह सही है. ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन जो कुछ हुआ उसके पीछे कारण यह था कि सरकार उनकी आवाज दबा रही थी, उन्हें शांति से विरोध प्रदर्शन नहीं करने देना चाह रही थी.’

बिहार में क्यों हुई हिंसा?
मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार ने आवाज दबाने की कोशिश की जिसके जवाब में बिहार में ये सब हुआ. उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस तरह की घटना नहीं होने वाली है. यहां पर शांति से प्रदर्शन करने की हम पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन सरकार लगातार हमारी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. 

अभ्यर्थियों को भ्रमित कर रहा विपक्ष: बीजेपी
दरअसल, अग्निपथ योजना को लेकर अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए हैं. वो सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, उनका कहना है कि सरकार बिना युवाओं के हितों को देखते हुए इस तरह के फैसले ले रही है, जबकि केंद्र का साफ कहना है कि विपक्ष इस मसले पर अभ्यर्थियों को भ्रमित कर रहा है. 

नहीं वापस होगी अग्निपथ योजना: पुरी
इधर, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने साफ कह दिया है कि किसी भी कीमत पर योजना वापस नहीं होगी और जो लोग भी हिंसा में शामिल हैं वो भर्ती में शामिल नहीं हो सकते हैं. इधर, बिहार में हिंसा को लेकर सरकार ने कड़ा रूख अख्तियार किया है.

उपद्रवियों पर सरकार सख्त
बिहार में अग्निपथ योजना के विरोध में हुए उपद्रव को लेकर पटना समेत विभिन्न जिलों में अबतक कुल 145 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं. इस सिलसिले में पुलिस ने 804 अराजकतत्वों को अबतक गिरफ्तार किया है. इनलोगों को हिंसा, आगजनी और सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मुख्यालय ने साफ कर दिया है कि जिन व्यक्तियों एवं युवाओं की इन घटनाओं में संलिप्तता पाई जाएगी उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.