प्याज के दाम आंसू निकालने पर उतारू है. कल तक 20 से 30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला प्याज आज 80 से 100 रुपये पहुंच गया है. देश की राजधानी में प्याज 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. उनका कहना है कि बाजार में प्याज कम आ रहा है.

स्टॉक जितना कम आएगा दामों में उतना इजाफा होगा. 100 गाड़ी की जगह 50 गाड़ी आ रही है. पिछले सप्ताह प्याज 30 रुपए प्रति किलो था. दिल्ली में प्याज के विक्रेताओं का कहना है कि आपूर्ति कम होने से राष्ट्रीय राजधानी के खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें बढ़कर 65 रुपये से लेकर 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं.

दिल्ली-एनसीआर में लगभग 400 सफल खुदरा स्टोर का संचालन करने वाली मदर डेयरी 67 रुपये प्रति किलोग्राम पर प्याज बेच रही है. वहीं ई-कॉमर्स पोर्टल बिगबास्केट 67 रुपये प्रति किलो की दर से, जबकि ओटीपी 70 रुपये प्रति किलो की दर पर प्याज की बिक्री कर रहा है. हालांकि स्थानीय स्तर पर सब्जी विक्रेता 80 रुपये प्रति किलो के भाव पर प्याज बेच रहे हैं.

उपभोक्ता मामलों के विभाग के मुताबिक शनिवार को प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 45 रुपये प्रति किलो रही लेकिन अधिकतम कीमत 80 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई है. दिल्ली में प्याज की औसत कीमत 75 रुपये प्रति किलोग्राम है.

मंत्रालय के अनुसार जिन राज्यों में प्याज कीमतों में तेज वृद्धि हो रही है वहां थोक और खुदरा दोनों बाजारों में बफर स्टॉक से प्याज उतारा जा रहा है. अगस्त के मध्य से 22 राज्यों में विभिन्न स्थानों पर लगभग 1.7 लाख टन प्याज बफर स्टॉक से भेजा गया है.

वहीं, इस प्याज को खुदरा बाजारों में दो सहकारी निकायों एनसीसीएफ और नेफेड के बिक्री केन्द्रों एवं वाहनों के जरिये 25 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर बेचा जा रहा है. दिल्ली में भी बफर प्याज इसी रियायती दर पर बेचा जा रहा है.

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मौसम संबंधी कारणों से खरीफ प्याज की बुवाई में देरी होने से इस फसल का रकबा कम हुआ और आवक में देरी हुई है। ताजा खरीफ प्याज की आवक अब तक शुरू हो जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है.

अधिकारी ने कहा कि स्टॉक में रखी गई रबी प्याज खत्म होने और खरीफ प्याज की आवक में देर होने से आपूर्ति की स्थिति खराब है. इसकी वजह से थोक और खुदरा दोनों बाजारों में प्याज की कीमतें बढ़ रही हैं.

इधर, प्याज के बढ़ते भाव को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर महंगाई पर काबू करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में महंगाई से परेशान जनता का गुस्सा स्पष्ट रूप से दिखेगा. पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. आम और गरीब लोगों का जीना मुश्किल हो गया है.

INPUT : PRABHAT KHABAR