इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के दानापुर (Danapur) से आ रही है, जहां शराब की मिनी फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. दरअसल शाहपुर के दानापुर दियारा के गंगहारा में बुधवार को पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर एक सामुदायिक भवन (Community Hall) में बन रहे नकली अबैध शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. यहां से तीन महिला कारोबारी को भी गिरफ्तार किया गया है, जो शराब बनाने का काम कर रही थीं. पुलिस की छापेमारी के बाद इस इलाके में अफरातफरी की स्थिति हो गयी. बताया जाता है कि सामुदायिक भवन में पिछले कई दिनों से शराब बनाने का काम किया जा रहा था. इसी बीच पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर राजधानी पटना में चल रहे शराब फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है.
जानकारी के अनुसार सामुदायिक भवन में नकली शराब बानने के लिए पैकिंग मशीन, लेबल रैपर ढक्कन और बोतले बरामद की गयी हैं. इस तरह से एक सामुदायिक भवन में चल रहे शराब उत्पादन कार्य को लेकर अब पुलिस पर भी सवाल उठने लग गए हैं. आखिर पुलिस को सरकारी भवन में शराब बनाने की जानकारी कैसे प्रशासन तक नहीं पहुंची

बताया जाता है कि पुलिस ने सामुदायिक भवन के अलावा गांव के ही राजू राय नाम के कारोबारी के घर में भी छापेमारी की, जहां से शराब बनाने का सामान मिला है. गांव के ही तूफानी नाम के व्यक्ति के घर में भी छापेमारी कर शराब बनाने का सामाग्री को बरामद किया है. इस दौरान ने तीन महिला कारोबारी को भी गिरफ्तार किया है.
इस बारे में शाहपुर थानाध्यक्ष सब्बीर अहमद ने बताया कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर शराब बनाने का सामान समेत बड़े पैमाने पर ब्रांडेड शराब की खाली बोतलें, ब्रांडेड शराब की स्टीकर और नकली शराब बनाने की मशीन समेत भारी मात्रा में बोतल की ढक्कन भी मिली. इस मामले में 12 लोगों पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
थानाध्यक्ष ने बताया कि राजू राय और उनके 11 पार्टनर के द्वारा इस शराब की फैक्ट्री को चलाया जा रहा था. दियारा क्षेत्र में नकली शराब बनाकर ब्रांडेड शराब की बोतलों में उसकी पैकिंग कर शहरों में सप्लाई की जाती थी.