अग्निपथ योजना को लेकर राज्य में हो रहे हिंसक प्रदर्शन और आगजनी मामले में पुलिस ने पिछले तीन दिनों में 138 प्राथमिकी दर्ज की है, जबकि 720 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। बिहार बंद के दौरान सिर्फ शनिवार को 25 प्राथमिकी दर्ज की गई जबकि 250 अराजक तत्वों को गिरफ्तार किया गया। अग्निपथ योजना को लेकर रविवार को भी पुलिस विशेष अलर्ट पर रहेगी। सभी जिलों को शनिवार की तरह रेलवे स्टेशनों, बाजार व अन्य संवेदशनील जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती का निर्देश दिया गया है।

80 कंपनी फोर्स को किया गया तैनात

जिलों में विधि-व्यवस्था को लेकर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की 35 और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 45 कंपनियां लगाई गई हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, केंद्र से पांच कंपनी अतिरिक्त बलों की और मांग की गई है। इसके अलावा 3500 अतिरिक्त सिपाहियों की भी तैनाती भी की गई है।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की जा रही पहचान

पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अग्निपथ योजना के अंतर्गत सेना में नियुक्ति के विरोध के नाम पर ङ्क्षहसक प्रदर्शन करने वाले और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है। इसके अलावा प्रदर्शन की कराई जा रही वीडियोग्राफी के आधार पर भी पहचान कर उपद्रवियों को पकड़ा जा रहा है। उपद्रवियों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए रात में विशेष छापेमारी अभियान भी चलाया जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने छात्रों व युवाओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांतिपूर्वक अपनी बात रखने की अपील की है।

इंटरनेट पर जारी रहेगी पाबंदी

राज्य के 15 जिलों में इंटरनेट सेवा पर लगाई गई पाबंदी के कारण फेबसुक, ट्विटर, वाट्सएप जैसी सेवाएं ठप रहीं। यह रोक रविवार को भी जारी रहेगी। पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा ने शुक्रवार से ही मुजफ्फरपुर, दरभंगा, कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिमी व पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली और सारण में इंटरनेट मीडिया का गलत इस्तेमाल रोकने के लिए रोक लगा रखी है।