पिछले एक माह के अंदर देश के दो राज्यों में कमा कर खाने गये बिहार के 15 लोगों की जिंदा जल जाने से मौत हो चुकी है. तेलंगाना के बाद गुरुवार को आंध्र प्रदेश में हुई अगलगी में बिहार से गये मजदूरों के जिंदा जलने की सूचना है. एक माह के अंदर यह दूसरी घटना है. इन दोनों हादसों में झुलसकर घायल होनेवाले लोगों में भी बिहार से गये लोग ही ज्यादा है.

सभी चार मजदूर नालंदा के
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार गुरुवार को आंध्र प्रदेश के एलुरु स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में आग लगने के बाद बॉयलर में ब्‍लास्‍ट हो गया. इसमें आधा दर्जन लोगों की मौत हुई है. मरनेवालों में चार मजदूर बिहार के हैं. सभी चार मजदूर बिहार के नालंदा जिले के बताये जा रहे हैं. इस हादसे में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं. घायलों में भी अधिकतर बिहार के ही हैं.

केमिकल रिसाव से लगी आग
एसपी राहुल देव शर्मा ने मीडिया को बताया है कि फैक्ट्री में नाइट्रिक एसिड और मोनो मिथाइल के रिसाव के कारण आग लगी है. रिसाव से लगी आग तब और भयावह हो गयी जब विस्‍फोट हो गया. उन्होंने बताया कि दवा बनाने के दौरान अचानक बॉयलर में आग लग गयी. इसके बाद जबतक लोग एहतियाती कदम उठा पाते, भारी धमाका हो गया. धमाके के कारण आग पूरी फैक्‍ट्री में फैल गयी. हादसे की चपेट में फैक्ट्री में काम कर रहे श्रमिक व अन्‍य लोग आ गये. घायलों में सात बिहार के बताये गये हैं.

एक महीने में जिंदा जलने की दूसरी घटना
बीते 23 मार्च की सुबह ही तेलंगाना के सिकंदराबाद के एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लग गयी थी. इस हादसे में भी बिहार के 11 लोग जिंदा जल गये थे. सभी मजदूरी करने बिहार से तेलंगाना गये थे. घटना सुबह के पहले हुई. उस वक्‍त श्रमिक सोए हुए थे. गोदाम में आग लगने के कारण धुआं भर गया और निकलने का रास्ते बंद हो गए. इस कारण श्रमिक अंदर ही दम घुटने व जलने के कारण मारे गए.