बिहार के प्राय सभी जिलों में क्षमता से अधिक कैदी बंद है। इसी कड़ी में सीतामढ़ी जिले की हालत सबसे ज्यादा खराब है। सीतामढ़ी अनुमंडल कारा में क्षमता से 480 प्रतिशत ज्यादा बंदी है।

दैनिक अखबार में छपी रिपोर्ट की मानें तो मंडल कारा में पुरुषों और महिलाओं को मिलाकर कुल 380 बंदियों को रखने की क्षमता है मगर अभी 1823 बंदी है। क्षमता से 480 प्रतिशत ज्यादा है। इस हिसाब से बिहार की सभी 38 जिलों में सबसे अधिक बंदी वाला पहला जिला है।

अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक जिलों की क्षमता को लेकर बंदियों के कम-अधिक अनुपात को दर्शाने के लिए गृह विभाग ने 101 से 125 प्रतिशत को ग्रीन, 126 से 150 प्रतिशत को पर्पल, 151 से 200 प्रतिशत को ऑरेंज ज़ोन में रखा है जबकि 200 प्रतिशत से ऊपर वाली जेलों को रेड जोन में शामिल किया गया है।

इन सब में सीतामढ़ी सबसे ऊपर के पायदान पर है। कोरोना को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जेलों में कैदियों की संख्या कम करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद बिहार सरकार ने भी जिन जिलों में बंदियों की सजा पूरी होने में एक से चार महीने बचे हैं, उन्हें रिहा करने की पहल की थी।

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