अधिकतर लोगों की आदत होती है कि सब्जी खरीदते वक्त वो मोल-भाव करते ही हैं। ज्यादा से ज्यादा 5-10 रुपए कम करने से ही हम खुश हो जाते हैं। वहींं,अगर किसी सब्जी का दाम बहुत ऊंचा चला जाता है, तो आप उस सब्जी को नहीं खरीदने में ही अपनी जेब की भलाई समझते हैं।

जैसे, कुछ वक्त पहले टमाटर बहुत ही महंगे हो गए थे, जिसके कारण ज्यादा लोग टमाटर के विकल्पों को गूगल पर सर्च करने लगे थे। किसी सब्जी का दाम 200-300 रुपए किलो होने पर ही इसे सोने के भाव की तरह बताया जाने लगता है, तो सोचिए कि अगर कोई सब्जी 85 हजार रुपए किलो में बिकती हो, तो आप कहेंगे कि यह कोई मजाक है लेकिन आपको बता दें कि यह बिल्कुल सच है।

एक सब्जी ऐसी भी जिसे इसके अभी तक के दाम को देखते हुए दुनिया की सबसे महंगी सब्जी कहा जा रहा है। सबसे पहले आपको बता दें कि आमतौर पर यह सब्जी भारत में नहीं उगती बल्कि यूरोपीय देशों में पाई जाती है लेकिन रिपोर्ट्स की मानें, तो सबसे पहले यह सब्जी हिमाचल प्रदेश में उगाई गई थी।

यह सब्जी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। हॉप शूट्स की फसल का प्रोसेस इतना लम्बा होता है कि इसे कटाई के लिए तैयार होने में तीन साल लगते हैं। वहीं, इसे तोड़ने का काम भी बहुत पेचीदा होता है। इस पौधे से छोटी-छोटी बल्ब की आकार की सब्जियां तोड़ने में काफी मेहनत लगती है।

माना जाता है कि यह इतने ज्यादा पोषक तत्वों से भरपूर होती है कि कई बीमारियों में इसे इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तभी इसकी कीमत 85000 किलोग्राम है। कई मेडिकल स्टडी में बताया गया है कि सब्जी टीबी के खिलाफ एंटीबॉडी बनाने में किया जाता है।

इसके अलावा स्ट्रेस, नींद न आना, घबराहट, चिड़चिड़ापन, बेचैनी और डेफिसिट-हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) का इलाज करने में भी हॉप शूट्स या कॉर्न का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा भी दुनिया की सबसे महंगी सब्जी का इस्तेमाल बीयर बनाने में भी किया जाता है।

इसे कैसे खाया जाता है

इस सब्जी का इस्तेमाल कई डिश बनाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा स्वाद में तीखी इस सब्जी को कच्चा खाने के अलावा इससे अचार भी बनाया जाता है।

INPUT : DAILY NEWS360