पूर्व मंत्री रंजू गीता द्वारा सीतामढ़ी लाइव समेत अलग-अलग मीडिया संस्थानों के 19 पत्रकारों को मानहानि का नोटिस भेजे जाने का न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन, सीतामढ़ी द्वारा विरोध जताया गया है।

बुधवार को एसोसिएशन की बैठक सीतामढ़ी लाइव के निर्देशक सह पत्रकार राहुल कुमार लाठ की अध्यक्षता में शहर के एक निजी सभागार में हुई। बैठक में एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री लाठ ने संगठन के सभी सदस्यों को मानहानि नोटिस में भेजे गए बिंदुओं को बताया। इसके बाद सभी पत्रकार बंधुओं ने अपने-अपने विचार रखे।

एसोसिएशन के अध्यक्ष रामा शंकर कुमार ने रंजू गीता द्वारा भेजे गए नोटिस पर रोष व्यक्त किया और कहा कि यह गलत प्रथा की शुरुआत की गई है। यह पत्रकारों को डराने का प्रयास किया जा रहा है। पूर्व मंत्री अपनी मनपसंद खबर लगवाने के लिए पत्रकारों को प्रताड़ित कर रही है।

उन्होंने कहा कि संगठन रंजू गुप्ता के खिलाफ जिलाध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक शिकायत करेगी। उपाध्यक्ष रामबाबू साह ने कहा कि सभी को जदयू के कार्यक्रम का बहिष्कार करना चाहिए। सचिव सत्यम सिंह ने रंजू गीता को जदयू पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है।

सदस्य राघव गुप्ता ने कहा कि रंजू गीता खुद के वीडियो को भ्रामक बता रही है जो कि संभव नहीं है। मौके पर सचिव सत्यम सिंह, गुलशन कुमार मिट्ठू, यदुवंश पंजियार, रविरंजन कुमार, साजन कुमार, श्रवण कुमार, अमित कुमार आदि उपस्थित थे।

पूर्व मंत्री रंजू गीता द्वारा दिए गए बयान का वीडियो सीतामढ़ी लाइव ने प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद 21 जून को स्पीड पोस्ट के माध्यम से रंजू गीता के नाम से उनके वकील मो. सेराज अहमद द्वारा सीतामढ़ी लाइव के पत्रकार राहुल कुमार लाठ को वकालतन नोटिस मिला था।

रंजू गीता ने अपने सीतामढ़ी के अधिवक्ता के माध्यम से भेजे नोटिस में कहा है कि “बीते 13, 14 एवं 15 जून को आपके चैनल में ‘पटना का एक टुकड़ा जमीन बेचूंगी तो सीतामढ़ी के सभी नेताओं को खरीद लूंगी‘ हेडिंग से ख़बर प्रकाशित किया गया है जो कि पूरी तरह भ्रामक एवं सत्यता से परे है. इस तरह का मेरी मुवक्किल ने कोई बयान नहीं दिया है.”

नोटिस में कहा गया है कि रंजू गीता के द्वारा दी गई कथन को मीडिया संस्थानों ने बढ़ा चढ़ाकर तथा मनगढ़ंत तथ्यों पर आधारित खबर का प्रकाशन एवं प्रसारण किया है. इनसे उनका मान-सम्मान समाज में धूमिल हुआ है. इसके साथ ही नोटिस में मीडिया संस्थानों को मीडिया एथिक्स एंड लॉ का पाठ भी पढ़ाया गया है.

अपने नोटिस में उन्होंने मीडिया संस्थानों से कहा है कि एक सप्ताह के अंदर तक खबर के प्रकाशन एवं प्रसारण के लिए खंडन कर इसकी सूचना लिखित रूप से हमें दें अन्यथा सभी 19 मीडिया कर्मियों के विरुद्ध सक्षम न्यायालय में एक करोड़ रुपए के मानहानि का वाद दाखिल किया जाएगा.

आपको बता दें कि बीते दिनों पूर्व मंत्री रंजू गीता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘और धन दौलत, मैं पटना का आधा कट्ठा बेचूंगी तो जिले के जितने नेता उसको खरीद लुंगी’. इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी.

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