CBSE Board Exam 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) इस साल 15 फरवरी से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन करने के लिए तैयार है. ऐसे में देखा जाए, तो परीक्षा से पहले के आखिरी कुछ दिन न केवल परीक्षा की तैयारी के लिहाज से बल्कि खुद को सकारात्मक और प्रेरित रखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं.

इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि आखिर पिछले साल यानी 2022 के सीबीएसई बोर्ड टॉपर्स ने परीक्षा की तैयारी के लिए आखिरी एक हफ्ते में परीक्षा में टॉप क्लास का प्रदर्शन करने के लिए और अपने मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए क्या किया था.

हर्षित चौधरी – सीबीएसई कक्षा 12वीं टॉपर 2022 (99%, आर्ट्स)

इंडियन एक्सप्रैस की एक रिपोर्टेस के मुताबिक, हर्षित चौधरी कहते हैं कि बोर्ड परीक्षा के अंतिम दिनों में मैं प्रतिदिन छह से सात घंटे पढ़ाई करता था. चूंकि पहली परीक्षा इंग्लिश की थी, इसलिए मैंने परीक्षा से पांच या छह दिन पहले केवल इंग्लिश की ही पढ़ाई की थी. मैं पाठों को दोहराता था, रिवीजन करता था, और पिछले सालों के इंग्लिश विषय के प्रश्न पत्रों को सॉल्व करता था.

वहीं, तनाव दूर करने के लिए, मैं प्लेस्टेशन पर गेम खेलता था, और परीक्षा के व्यस्त कार्यक्रम से छुट्टी पाने के लिए दोस्तों के साथ बाहर जाता था.

मेघा गोयनका – सीबीएसई कक्षा 12वीं टॉपर 2022 (98%, कॉमर्स)

मेघा बताती है “मुझे पढ़ने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला क्योंकि मेरे भाई की शादी परीक्षा के करीब थी. रोजाना 11 से 12 घंटे पढ़ने वाले अन्य छात्रों के विपरीत, मैंने अधिकतम तीन से चार घंटे पढ़ाई की. पिछले कुछ दिनों में, मैंने सीबीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध सैंपल पेपर्स का रिवीजन किया और थ्योरी के हर चैप्टर को पढ़ा. मैं बोर्ड के छात्रों को सलाह दूंगी कि वे घबराएं नहीं क्योंकि मैंने तनाव और घबराहट के कारण एक परीक्षा बर्बाद कर दी थी.

निकिता किरण – सीबीएसई कक्षा 12वीं टॉपर 2022 (99.6%, साइंस)

निकिता कहती हैं कि परीक्षा से पहले के अंतिम सप्ताह में, मैंने प्रतिदिन तीन-चार घंटे पढ़ाई में लगाए. मैं स्टेट लेवल बैडमिंटन प्लेयर हूं इसलिए परीक्षा के समय भी मैंने बैडमिंटन खेलना जारी रखा. यहां तक कि मैंने बोरियत को कम करने के लिए खुद को ऑनलाइन गेम्स सीखने में भी व्यस्त कर लिया था.


खुशी शर्मा – सीबीएसई कक्षा 12वीं 2022 में टॉपर (99.25%, कॉमर्स)

परीक्षा से पहले पिछले कुछ दिनों में मैंने अधिक समय रिवीजन करने में बिताया लेकिन सीखने वाले हिस्से पर ध्यान केंद्रित नहीं किया. मैंने परीक्षा से पिछले सप्ताह में प्रतिदिन अधिकतम चार से पांच घंटे पढ़ाई की. यहां तक कि मैं सोशल मीडिया पर भी एक्टिव थी और अपने दोस्तों के संपर्क में भी थी. इससे मुझे परीक्षा के फोबिया और घबराहट से ध्यान हटाने में मदद मिलती थी. मैंने म्यूजिक भी सुना और मैंने परीक्षा से पहले आखिरी दिन तक उसी शेड्यूल का पालन किया.

INPUT : ZEE NEWS