अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार में छात्रों के निशाने पर आए बीजेपी नेताओं की सुरक्षा अब केंद्र सरकार करेगी। बीजेपी के 12 नेताओं की सुरक्षा का जिम्मा केंद्र सरकार ने उठाया है। केंद्र की तरफ से अब फैसला लिया गया है कि बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल, संजीव चौरसिया, हरी भूषण ठाकुर बचौल के साथ-साथ डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी और कुछ अन्य नेताओं की सुरक्षा में सीआरपीएफ लगेगी।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीजेपी के नेताओं की सुरक्षा का जिम्मा अपने ऊपर लिया है। बिहार में अग्निपथ आंदोलन के दौरान बीजेपी के नेताओं को उपद्रवियों ने निशाना बनाया था इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ की सुरक्षा बीजेपी नेताओं को देने का फैसला लिया है।

प्रमुख नेताओं के अलावे जिन विधायकों को सुरक्षा Y श्रेणी में लाया गया है उनमें संजय सरावगी, हरी भूषण ठाकुर बचौल जैसे विधायक भी शामिल है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस फैसले से यह साफ है कि बीजेपी के जिन नेताओं को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। उनकी सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार को नीतीश सरकार के ऊपर भरोसा नहीं है।

दरअसल आज ही संजय जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि पुलिस और प्रशासन की साजिश से बिहार में जमकर उपद्रव हुआ। ऐसा पूरे देश में कहीं नहीं हुआ, जैसा बिहार में हुआ और पुलिस तमाशा देखती रही। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा-साजिश के तहत बीजेपी को टारगेट किया गया ये बहुत गलत हो रहा है। संजय जायसवाल बोले कि मैं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से बोल रहा हूं-इस तरह की घटनायें अगर नहीं रूकी तो ये अच्छा नहीं होगा।



उन्होंने कहा कि बिहार में तीन दिनों तक प्रदर्शन के नाम पर गुंडागर्दी हुई और प्रशासन खामोश देखता रहा. जो कुछ बिहार मे हो रहा है वह छात्रों द्वारा नहीं किया जा रहा है. ये पूरी साजिश है. प्रशासन का काम होता है गुंडागर्दी को रोकना. हमने कल तक गलती से भी नहीं सुना कि कहीं पर लाठीचार्ज किया गया है या कहीं पर आंसू गैस चलाया गया है।



संजय जायसवाल ने यहां तक कहा कि 300 पुलिसकर्मियों के रहते हमारे मधेपुरा कार्यालय को जला दिया गया। हमारे नवादा कार्यालय को भी तोड़ा गया तो वहां भी पुलिसकर्मी थे। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने मीडियाकर्मियों को वीडियो फुटेज दिखाते हुए कहा-मेरे घर पर हमला कर उसे सिलेंडर बम से उड़ाने की साजिश की गयी थी. वहां सिलेंडर बम पड़ा मिला लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे वहां से हटा दिया। संजय जायसवाल ने कहा कि रेलवे के अधिकारी का बयान है कि जब ट्रेन में आग लगा दिये जाने के बाद फायर ब्रिगेड को कॉल किया गया तो उसने आने से मना कर दिया।



फायर ब्रिगेड ने रेलवे के अधिकारी को कहा कि जब एसडीओ बोलेगा तभी दमकल की गाड़ी जायेगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल समेत अन्य बीजेपी नेताओं पर हो रहे हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीजेपी नेताओं की सुरक्षा का जिम्मा अपने ऊपर लिया है। बिहार में अग्निपथ आंदोलन के दौरान बीजेपी के नेताओं को उपद्रवियों ने निशाना बनाया था इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ की सुरक्षा बीजेपी नेताओं को देने का फैसला लिया है।