मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा कि उपभोक्ताओं को मुफ्त में नहीं, बल्कि सस्ती बिजली देंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में बहुत कम दर पर लोगों को बिजली दी जा रही है. मुफ्त में बिजली नहीं देने के बारे में मैं चुनाव प्रचार के दौरान भी बोलता रहा हूं. यह सबकी सुरक्षा के लिए भी जरूरी भी है. शुक्रवार को विधानसभा में दूसरी पाली में ऊर्जा विभाग के बजट पर ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव सरकार का पक्ष रख रहे थे.

मुफ्त बिजली की सदन में उठी मांग
ऊर्जा मंत्री के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों ने मुफ्त में बिजली देने की मांग करते हुये हंगामा करने लगे. तभी मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप किया और कहा कि राज्य में पहले से ही सस्ती दरों पर बिजली दी जा रही है. मुफ्त में बिजली नहीं दी जायेगी.

मुख्यमंत्री ने मुफ्त में बिजली देने वाले राज्यों पर भी निशाना साधा और कहा कि कई राज्यों मुफ्त बिजली दी जा रही है, लेकिन आगे क्या होगा, वे जानें. मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरते हुये कहा कि आप लोगों को निकलना है तो निकलिये, मुफ्त में बिजली नहीं देंगे.

उन्होंने ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव की तारीफ की और कहा कि बिजेंद्र बाबू इमानदार हैं और बढ़िया से काम कर रहे हैं. इसके साथ ही सदन में 2024-25 के लिए उर्जा विभाग के 11442 करोड़ रुपये के बजट को पारित कर दिया गया. इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाॅकआउट किया.

बिहार को विशेष राज्य दर्जा देने की मांग
ऊर्जा विभाग के बजट पर सरकार का पक्ष रखते हुए ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने या विशेष पैकेज देने की मांग की. ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज दिये जाने की मांग की है.

विधानसभा में शुक्रवार को ऊर्जा विभाग के बजट पर सरकार का पक्ष रखते हुए उर्जा मंत्री ने कहा कि बिहार देश का सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज है. नेपाल में थोड़ी भी बारिश हो तो राज्य की नदियों में बाढ़ आ जाती है.

राज्य को इस स्थिति से निकालने के लिए विशेष राज्य या विशेष पैकेज की जरूरत है.इसलिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करते हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की कृपा करें या विशेष पैकेज दें, ताकि बिहार का और विकास हो सके.

INPUT : PRABHAT KHABAR