बिहार में राज्य सरकार की मदद से बीते पांच सालों में 47 ट्रांजेंडर ने अपना लिंग परिवर्तन कराया। इनमें सबसे ज्यादा 29 ट्रांसजेंडर पटना के हैं। ट्रांसजेंडरों के लिंग परिवर्तन में मदद कर सरकार उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही है। ताकि उन्हें अपने तरीके से जीने का अधिकार मिल सके। 

बीते एक साल में ही पटना के गरिमा गृह से 23 ट्रांसजेंडर ने अपना लिंग परिवर्तन कराया। मुख्यमंत्री सहायता कोष से खास तौर पर ट्रांसजेंडर को लिंग परिवर्तन के लिए 1.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है।

राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर परिषद की सदस्य रेशमा प्रसाद के मुताबिक बिहार के अलावा किसी भी राज्य में लिंग परिवर्तन की यह पहल सफल नहीं हो पाई। केरल में भी राज्य सरकार ने ट्रांसजेंडरों के लिंग परिवर्तन के लिए आर्थिक सहायता देने की घोषणा हुई थी, मगर इसकी शुरुआत अभी तक नहीं हो सकी है। 

बिहार सरकार ट्रांसजेंडरों को लिंग परिवर्तन के लिए डेढ़ लाख रुपये की सहायता देती है। इसकी शुरुआत साल 2018 में हुई थी। राज्य सरकार के इस कदम से प्रेरित होकर केंद्र सरकार ने ट्रांसजेंडर को लिंग परिवर्तन कराने के लिए आयुष्मान कार्ड के जरिए पांच लाख रुपये तक की सहायता देने की घोषणा की। बिहार में अभी ट्रांसजेंडरों की संख्या लगभग 40 हजार है।

input: hindustan