अपहरण के एक मामले में पुलिस ने तीन आरोपी को तीन दिनों से थाने पर रखकर पूछताछ कर रही है। न तो उक्त आरोपी को मुक्त किया जा रहा है और न ही न्यायिक हिरासत में भेजा रहा है। मामले को लेकर परिजन दर-दर भटक रहे है। मामला पुनौरा थाना के गोविंद फंदह गांव का है।

हालांकि इस मामले में एसपी ने कहा है कि कोई निर्दोष गिरफ्तार नहीं हो इसलिए पुलिस को इस तरह की कार्य करना पड़ता है। जबकि कानूनविद की माने तो पुलिस को किसी आरोपी को 24 घंटे तक ही थाने पर रखने का अधिकार है। पुलिस हिरासत में रह रहे आरोपी महानंदन राम के पुत्र रघुनंदन राम ने बताया कि पुलिस ने उनके पिता महानंदन राम का गत 29 मार्च को उनके पिता को -अहले सुबह में घर से ले गई।

लेकिन एक अप्रैल तक पुलिस उसे नहीं छोड़ रही है। पुलिस न तो उनके पिता को जेल भेज रही है और न ही थाने से मुक्त कर रही है। नाबालिंग के पिता ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें बबलू राम, सोमरिया देवी, देवरंजन राम, राहुल कुमार, शोभा देवी, गणेश राम, चन्द्रिका राम, महानंदन राम, चंद्रकला देवी के विरुद्ध नाबालिग लड़की को भगाने का आरोप लगाया गया है।

बताया गया है कि इस मामले में पुलिस ने चार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जबकि इसमें से एक को न्यायिक ‘हिरासत में भेज दिया गया है। गोविंद फंदह गांव निवासी रघुनंदन राम ने बताया कि जिसने अपहरण का मामला दर्ज कराया है, उससे गांव में आपसी विवाद को लेकर पूर्व से विवाद चल रहा है। जिस कारण उसने द्वेष भावना से ग्रसित होकर उनके माता पिता का नाम भी इसी कांड में जोड़ दिया है।

वही इस मामले पर एसपी ने कहा- निर्दोष जेल नहीं जाए इसलिए ऐसा करना पड़ता है अधिवक्ता ने कहा- थाने पर 24 घंटे तक ही आरोपी को हिरासत में रखे जाने का है प्रावधान