बिहार के छपरा में एक तेंदुए के कारण कई घंटों तक लोग खौफ के साये (Leopard Attack In Chapra) में रहे. सोनपुर के पास वाल्मीकि नगर के जंगलों से भटक कर एक तेंदुआ बैजलपुर गांव पहुंच गया. इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया. तेंदुआ ने पहले गांव के दो युवकों पर हमला (Leopard) कर उन्हें जख्मी कर दिया वहीं बाद में उसे पकड़ने पहुंचे वन कर्मियों पर भी तेंदुए ने हमला कर दिया. इस हमले में एक कर्मी भी जख्मी हो गया. गंडक नदी के तटीय गांव सोनपुर के बैजलपुर केशो में पहुंचे तेंदुआ के आतंक से शनिवार को चीख पुकार और भगदड़ मची रही.

घायलों को  इलाज के लिए के लिए आनन-फानन में अनुमंडलीय चिकित्सालय पहुंचाया गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीओ सुनील कुमार, एएसपी अंजनी कुमार तथा थानाध्यक्ष अकील अहमद सदल बल पहुंच गये. इसके पहले स्थानी लोगों ने सारण जिला प्रशासन से अविलम्ब वन विभाग को मौके पर भेजे जाने की गुहार लगायी. घटनास्थल पर वन विभाग की डीएफओ रुची सिंह तथा रेंजर अभय कुमार टीम के साथ पहुंच गये. इसके बाद तेंदुआ को पकड़ने के लिए चारो तरफ से जबरदस्त घेराबंदी की गई.

तेंदुआ को देखने वाले सभी लोगों की भीड़ मानने का नाम नहीं ले रही थी. इसी दौरान तेंदुआ दिखाई पड़ते उसे जैसे ही बेहोश करने वाले ट्रेंकुलाईजर गन का प्रयोग करने पटना से आये एक वनकर्मी आगे बढ़ा कि तेंदुआ ने उस पर हमला कर दिया. इस घटना में पटना का वनरक्षी विमलेश कुमार घायल हो गया. इसके बावजूद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को अपने कब्जे में ले लिया. तेंदुआ को जाल में बांधकर वाहन से पटना ले जाया गया. इसके पहले तेंदुआ ने बैजलपुर के 17 वर्षीय किशोर अभिषेक कुमार तथा लगभग 55 वर्षीय बैजलपुर नया टोला के विद्या दास पर हमला कर घायल कर दिया था.

मालूम हो कि इसके पहले भी बीते वर्षों में कई बार बैजलपुर आनंदपुर तथा खुशहालपुर आदि ने तेंदुआ अपना आतंक मचा चुका है. लोगों का मानना है कि बाल्मीकि नगर से भटक कर तेंदुआ गंडक नदी के रास्ते तटीय गांव में पहुंच जाते हैं. शनिवार को पूरे दिन बैजलपुर तथा उसके आसपास तेंदुआ को लेकर भय का वातावरण बना हुआ था. तेंदुए के खौफ के कारण लोग अपने घरों से निकलने में डर रहे थे.

INPUT : NEWS 18