बिहार में ‘शराब पी डालने’ के बाद चूहों ने अब एक नया कारनामा कर दिखाया है. इस बार उनकी इस गैंग में चींटिया भी शामिल हैं. दोनों के झुंड ने मिलकर एक्सरे मशीन को सफाचट कर दिया और ‘डकार’ भी न ली. चूहे-चींटी के इस लंच ने स्वास्थ्य सेवा को 22 लाख का बिल थमाया है. मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया है. दरअसल जहानाबाद स्थित अस्पताल में नई डिजिटल एक्सरे मशीन आई थी, जिसे 5 माह बाद भी चालू नहीं किया गया है. अफसरों को फटकार लगी तो उन्होंने चूहे-चींटी पर दोष लगा दिया. बोले कि मशीन को चूहे और चींटी मिलकर खा गए हैं.

22 लाख की थी एक्सरे मशीन
जानकारी के मुताबिक, यह मामला जहानाबाद के सुखदेव प्रसाद वर्मा रेफरल अस्पताल मखदुमपुर का है. मखदुमपुर के राजद विधायक सतीश कुमार अस्पताल के निरीक्षण पर थे. उन्होंने देखा कि डिजिटल एक्सरे मशीन जिसकी कीमत करीब 22 लाख रुपये है और उसे 15 अगस्त को चालू किया जाना था. लेकिन अभी तक चालू नहीं किया गया है. 

विधायक ने किया निरीक्षण
जब उन्होंने इस बाबत पूछताछ की तो पता चला कि उसे चूहे और चींटी मिलकर खा गए हैं. डॉक्टर ने विधायक को बताया कि हैदराबाद से दूसरी मशीन की मांग की गई है. मशीन आने के बाद रेफरल अस्पताल में एक्सरे की सुविधा मरीजों को मिल सकेगी. इतना सुनना था कि विधायक सतीश दास भड़क गए और उन्होंने मशीन सप्लाई करने वाले कांट्रेक्टर से फोन पर बात की कांट्रेक्टर ने विधायक को बताया कि मशीन खराब है इसमें हमारी कोई गलती नहीं है. 

ठेकेदार को बताया लापरवाह
ये पूरी बात सुनने के बाद विधायक ने तंज में कहा कि मैं सरकार से चूहे-चींटी की गिरफ्तारी की अपील करूंगा. विधायक ने इस वाबत दोषी लोगो पर कार्रवाई करने के लिये स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मांग की है और साथ ही कहा कि अगर कार्रवाई नही हुई तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे. जिले के सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार चौधरी ने इस संबंध में बताया कि यह पूरी तरह से ठेकेदार की लापरवाही है. उसने लॉक डाउन के समय मशीन को एक्सरे रूम में दिया था और ऐसी बीच बरसात भी आ गई जिससे मशीन में चींटी लग गई.