मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तरफ से बुलाई गई बिहार कैबिनेट की बैठक खत्म हो गयी है। सुबह 10:30 बजे से मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हाल में बैठक हुई। इस कैबिनेट बैठक में कुल 40 एजेंडों पर मुहर लगी। इस बैठक में सरकारी सेवकों के लिए सरकार ने महंगाई भत्ता मे इंजाफ़ा किया है।

कुल चार फीसदी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की गई है। यानि डीए को 42 फीसदी से 46 प्रतिशत कर दी गई है। 1 जुलाई 2023 के प्रभाव से यह लाभ दिया जाएगा। इसका मतलब यह है कि राज्य सरकार के कर्मी दिसंबर महीने के वेतन में एरियर के साथ बढ़े महंगाई भत्ते का लाभ ले सकेंगे।

दरअसल, बिहार सरकार के कर्मचारी काफी दिनों से इस कैबिनेट का इंतजार कर रहे हैं। छठ महापर्व के कारण इस सप्ताह कैबिनेट की बैठक नहीं हो पाई है। ऐसी चर्चा थी कि छठ से पहले कर्मचारियों को सरकार तोहफा दे देगी। लेकिन, कैबिनेट की बैठक नहीं होने के कारण उस पर फैसला नहीं हो पाया था। लिहाजा, अब आज इस एजेंडे पर मुहर लगा दी गई है।

मालूम हो कि, बिहार के सरकारी कर्मियों और पेंशनधारकों को 42 फीसदी महंगाई भत्ता मिलता था। इसमें 4 फीसदी का इजाफा होने पर बढ़कर 46 फीसदी हो गया। इस वृद्धि का लाभ राज्य के करीब 11 लाख कार्यरत सरकारी कर्मी एवं पेंशनधारकों को होगा। राज्य में 4.5 लाख से अधिक कार्यरत और करीब 6 लाख पेंशनधारक हैं। अभी सातवे वेतनमान का लाभ ले रहे राज्यकर्मियो और पेंशनर्स को 42 फीसदी डीए मिल रहा था।

अब समझें सैलरी में कितना होगा इजाफा…

अगर आपकी बेसिक सैलरी 30,000 रुपये प्रतिमाह है तो 42 प्रतिशत महंगाई भत्ता के हिसाब से आपको 12,600 रुपये डीए मिलता है। अब अगर राज्य सरकार चार फीसदी भत्ता बढ़ाती है तो 30,000 की बेसिक सैलरी पर 46 प्रतिशत महंगाई भत्ता के हिसाब से 13,800 रुपये डीए मिलेगा। यानि अगर आपकी बेसिक सैलरी 30,000 है तो आपके वेतन में चार फीसदी का इजाफा होगा।

INPUT : FIRST BIHAR