नवंबर महीने में ढेर सारे त्योहार होने की वजह से कई दिन स्कूल बंद रहेंगे। आमतौर पर बच्चे इन छुट्टियों में सिर्फ मौज-मस्ती करते हैं। लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए एक नई रणनीति बनाई है.

ताकि बच्चे छुट्टियों में भी समय का सदुपयोग कर सकें और उनमें रचनात्मकता का विकास हो सके। दरअसल, बच्चों की पढ़ाई में छुट्टी के दौरान निरंतरता बनी रहे इसलिए छात्रों को क्लास और सब्जेक्ट वाइज प्रोजेक्ट वर्क दिया जाएगा। जिसे बच्चे अपनी छुट्टियों के दौरान पूरा करेंगे और छुट्टी के बाद अपने सहपाठियों के साथ कक्षा में भी शेयर करेंगे।

इतना ही नहीं शिक्षक भी इन सभी बच्चों के एसाइनमेंट को चेक कर उसका विश्लेषण करेंगे। इसको लेकर राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी सुगंधा ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किये हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक, हर क्लास के बच्चों को अलग – अलग तरह के अलग – अलग सब्जेक्ट के प्रोजेक्ट वर्क दिए जाएंगे। बिहार शिक्षा परियोजना और एससीइआरटी की तरफ से प्रोजेक्ट वर्क तैयार कर दिये ये हैं। यह प्रोजेक्ट वर्क सोलह विषयों के लिए तय किये गये हैं।

इसमें पहले व दूसरी कक्षा के बच्चों को गणित और भाषा विषय जैसे हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी विषय का एसाइनमेंट दिया जाएगा। इसके साथ ही कक्षा तीसरी से पंचवी तक के बच्चों को भाषा, गणित के अलावा पर्यावरण विज्ञान विषय के प्रोजेक्ट भी दिए जाएंगे।

इसी तरह कक्षा छठी से आठवीं के छात्रों को विज्ञान, संस्कृत व सामाजिक विज्ञान विषयों के भी प्रोजेक्ट वर्क दिए जाएंगे। बच्चों को छुट्टी के दौरान प्रोजेक्ट वर्क अथवा एसाइनमेंट देने से उनके समय का सदुपयोग हो सकेगा और साथ ही उनके ज्ञान में भी वृद्धि होगी। शिक्षा विभाग की मंशा है कि विद्यार्थी अवकाश के दिन रचनात्मक कार्य करें।

INPUT : FIRST BIHAR