v राज्य के प्रमुख शहरों में चल रहे ऑटो और सिटी सर्विस बस की संख्या और उनके रूट तय किये जायेंगे. इसके लिए परिवहन विभाग थर्ड पार्टी से सर्वे करायेगा, ताकि जाम से लोगों को मुक्ति मिल सके. विभाग ने सभी जिला परिवहन पदाधिकारी से इस संबंध में जनवरी के अंत तक रिपोर्ट भी मांगी है. उसी रिपोर्ट के आधार पर सर्वे का काम पूरा होगा

सड़कों पर दबाव को देखते हुए मिलेगा परमिट

विभाग राजधानी पटना समेत राज्य के प्रमुख शहरों में ऑटो की एक निश्चित संख्या तय करेगा. इसके लिए शहर के अलग-अलग रूटों पर यात्रियों के दबाव को देखते हुए ऑटो की संख्या निर्धारित की जायेगी. इसी संख्या के आधार पर ऑटो को परमिट दिया जायेगा. सबसे पहले पटना में इसे लागू किया जायेगा. इसके बाद दूसरे चरण में मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया जैसे शहरों में इसे लागू किया जायेगा.

निर्धारित रूट से अलग चले तो होगी कार्रवाई

विभाग के मुताबिक नयी व्यवस्था का मकसद शहर में ऑटो की संख्या को नियोजित करना है. फिलहाल पटना में 30-35 हजार ऑटो के होने का अनुमान है. इनमें बड़ी संख्या में ऑटो अब भी पुराने रूट पर ही चल रहे हैं. पटना जंक्शन, बेली रोड, गांधी मैदान जैसे पुराने रूट पर ज्यादा ऑटो चलते हैं. नयी व्यवस्था में इनकी संख्या निर्धारित की जायेगी. रूट और संख्या का निर्धारण होने के बाद अगर चालक निर्धारित रूट से अलग दूसरे रूट पर ऑटो चलाते पकड़े गये तो उनपर कार्रवाई की जायेगी.

पटना के नये रूटों पर चलेंगे ऑटो

पटना में कई रूट ऐसे हैं, जो अब भी ऑटो सेवा से नियमित जुड़ नहीं पाये हैं. जुड़े भी हैं, तो ऑटों की संख्या बहुत कम है. इसके कारण यात्रियों को मनमाना किराया देना पड़ रहा है. नयी व्यवस्था में इन नये रूटों पर भी पर्याप्त संख्या में ऑटो को परमिट जारी किया जायेगा. इससे यात्रियों को काफी सुविधा होगी