नया साल (New Year 2022) आने में केवल 2 दिन रह गए हैं. इसके साथ ही आप तैयारी कर रहे होंगे कि आने वाला साल कैसे मंगलमय रहे. साल भर खुशियां बनी रहें, तरक्की होती रहे और घर-परिवार समृद्धि की राह पर चले. इन सबका उपाय है देवी लक्ष्मी की प्रसन्नता. अगर साल के पहले दिन देवी लक्ष्मी को प्रसन्न कर लिया जाए तो वह पूरे साल कृपा बरसाती हैं. जानिए, उन मंत्रों के बारे में जिनके जाप से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. 

लक्ष्मी गायत्री मंत्र
“ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥”
इस मंत्र के जाप से इंसान को जीवन में सुख-समृद्धि तो मिलती ही है साथ ही पद, यश और भौतिक सुविधाएं भी मिलती हैं. इस मंत्र का निरंतर जाप सकारात्मकता भी भरता है और इससे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता अर्जित करने में कोई भी परेशानी नहीं आती.

लक्ष्मी गायत्री मंत्र का अर्थ
इस मंत्र में ॐ का अर्थ है ईश्वर अथवा परमात्मा रुप माता महालक्ष्मी जो सृष्टि के पालन कर्ता विष्णु भगवान की पत्नी हैं हम उनका ध्यान करते हैं. मां लक्ष्मी हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा दें. हम माता का ध्यान करते हुए प्रार्थना करते हैं कि वो हम पर अपनी कृपा बरसाती रहें.

महालक्ष्मी मंत्र
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्ये नम:॥”
मंत्र का उद्देश्य होता है उस मंत्र से संबंधित देवी या देवता को प्रसन्न करना जिससे देवी-देवता की कृपा आप पर बनी रहे. इस मंत्र को ऋण मुक्ति के लिए बहुत कारगर माना गया है. मान्यता है कि कमलगट्टे की माला से हर दिन इस मंत्र के जाप करने से सारे ऋण उतर जाते हैं और मां की कृपा हमेशा आप पर बनी रहती है.

महालक्ष्मी मंत्र का अर्थ
इस मंत्र के जरिये मॉं लक्ष्मी से हम यह कामना करते हैं कि वह हमारे दरिद्रय और दुखों को दूर करे और हम पर अपनी कृपा बनाए रखें.

ज्येष्ठा लक्ष्मी का मंत्र
“ऐं ह्रीं श्रीं ज्येष्ठा लक्ष्मी स्वयंभुवे ह्रीं ज्येष्ठायै नम:”
इस मंत्र को ज्येष्ठा लक्ष्मी का मंत्र कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति श्रद्धा के साथ इस मंत्र का सवा लाख बार जप करता है तो यह मंत्र सिद्ध हो जाता है. इसके बाद व्यक्ति के जीवन में धन की कमी कभी नहीं होती और वो सुख पूर्वक जीवन व्यतीत कर पाता है.