कोई भी प्रोडक्ट खरीदना होता है तो फौरन ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स की मदद ली जाती है। छोटे से छोटे प्रोडक्ट से लेकर बड़े से बड़ा प्रोडक्ट खरीदने के लिए अमेजन, फ्लिपकार्ट या फिर मीशो जैसे प्लेटफॉर्म्स का रुख करने वालों के लिए बुरी खबर है।

अब इन प्लेटफॉर्म्स से चूहों की ‘मौत का सामान’ नहीं खरीदा जा सकेगा। दरअसल, अब इनपर रैट किलिंग ट्रैप्स की बिक्री पर रोक लग गई है। पशु अधिकारों पर काम करने वाले संगठन PETA इंडिया की ओर से की गई मांग और दबाव के चलते अमेजन, फ्लिपकार्ट और मीशो जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से चूहों को मारने वाले ट्रैप और बाकी सामान नहीं खरीदे जा सकेंगे।

इन प्लेटफॉर्म्स ने ग्लू ट्रैप्स और उन डिवाइसेज की बिक्री पर रोक लगा दी है, जिनकी मदद से जानवरों को नुकसान पहुंचाया जा सकता था। ग्लू ट्रैप्स का इस्तेमाल अक्सर चूहों और बाकी छोटे जानवरों को पकड़ने के लिए होता है। इनमें फंसने वाले जानवर चिपक जाते हैं और भाग नहीं पाते, इस तरह धीरे-धीरे उनकी मौत हो जाती है।

इस तरह के ट्रैप में चूहे और जानवर घंटों फंसे रहते हैं और खुद को नुकसान पहुंचाने या फिर भूख से मरते हैं। इस तरह की क्रूरता पर रोक लगाने की मांग PETA की ओर से लंबे वक्त से की जा रही थी। ऑनलाइन रीटेलर्स ने बड़ा फैसला किया है और पशुओं को खिलाफ की जा रही ऐसी क्रूरता को रोकने की दिशा में यह कदम उठाया है।

अब माउस किलिंग ट्रैप्स और ऐसे डिवाइसेज को इन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स से नहीं खरीदा जा सकेगा। आपको बता दें, कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पहले ही ग्लू ट्रैप्स की बिक्री, मैन्युफैक्चरिंग और इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।

PETA ने की बदलाव की सराहना

पशु अधिकारों से जुड़ी एजेंसी PETA ने यह बदलाव करने के लिए अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो, जियोमार्ट और स्नैपडील जैसे प्लेटफॉर्म्स की सराहना की है। हालांकि, संगठन ने बिगबास्केट और इंडियामार्ट से भी ऐसा ही करने की अपील की है और अब तक उन्होंने इन प्रोडक्ट्स की बिक्री पर रोक नहीं लगाई है।

INPUT : HINDUSTAN