बीएसएससी सीजीएल 3 (सचिवालय सहायक) का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. लेकिन रिजल्ट को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब पारदर्शिता को लेकर बड़ा सवाल उठाया जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि परीक्षा के रिजल्ट में धांधली किया गया है.

राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा है कि इस परीक्षा मे परीक्षार्थियों का मार्क्स, ओएमआर, उत्तर और प्रश्न कुछ भी जारी नहीं किया गया है. 5 मार्च की पुनर्परीक्षा मे शामिल अभ्यर्थियों की संख्या लगभग 2600 ही है, जबकि अन्य दोनों पालियों से रिजल्ट अधिक दिया है. परसेन्टाइल पर रिजल्ट किस आधार पर दिया गया है, इन सभी मुद्दों को बीएसएससी को स्पष्ट करना चाहिए.

नौ छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि 9 लाख परीक्षार्थियों को यह जानने का अधिकार है कि उन्हें इस परीक्षा मे कितना मार्क्स आया, किस प्रश्न का कौन उत्तर आयोग ने सही माना है , परीक्षार्थियों के ओएमआर मे कोई छेड़छाड़ तो नहीं किया गया.

इसलिए बीएसएससी को चाहिए कि 9 लाख अभ्यर्थियों की मांग और उनके हित को ध्यान मे रखते हुए सभी परीक्षार्थियों का मार्क्स, ओएमआर, उत्तर और प्रश्न ऑनलाइन जारी कर दें. जब बीपीएससी संवैधानिक संस्था होने के बावजूद भी पारदर्शिता के लिए ऐसा करती है तो बीएसएससी ऐसा क्यों नही करती?

छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर बीएसएससी ने ऐसा नही किया तो बिहार के सभी जिलों मे चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे और उसके बाद राजधानी पटना मे एक बहुत बड़ा छात्र आंदोलन करेंगे. बता दें कि 23 दिसंबर को बीएसएससी तृतीय स्नातक परीक्षा का पहली शिफ्ट का आयोजन सुबह 10.15 से 12.15 बजे तक किया गया था. मगर, परीक्षा का पश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. इसके बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. आयोग के द्वारा फिर से पांच मार्च को परीक्षा ली गयी थी.

INPUT : PRABHAT KHABAR