राजस्थान कैडर की IAS टीना डाबी अपनी निजी जिंदगी को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. टीना की सोशल मीडिया पर अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है. लोग उनसे जुड़े अपडेट्स जानने के लिए उत्सुक रहते हैं. टीना भी इससे पीछे नहीं रहतीं. वो फैंस को अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से जुड़ी चीजों से अपडेट करती रहती हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि टीना डाबी के अलावा भी कुछ ऐसी लेडी IAS ऑफिसर हैं जो लोगों के बीच काफी फेमस हैं. ये अधिकारी अपनी खूबसूरती और कामकाज को लेकर लोगों के दिलों में खास जगह बना चुकी हैं. उन्हीं में से एक बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं.

जिस लेडी ऑफिसर की हम यहां बात करेंगे उन्हें पीपल्स ऑफिसर कहा जाता है. ये महज 23 साल की उम्र में IAS बन गई थीं. इनका नाम है स्मिता सभरवाल. स्मिता सभरवाल ने एक आईएएस अधिकारी के रूप में अपने अनुकरणीय कार्य से कई प्रशंसाएं अर्जित की हैं. वह पूरे देश में आईएएस उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा हैं.स्मित 2000 बैच की आईएएस टॉपर हैं. उन्होंने चौथी रैंक हासिल की थी.

स्मिता सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी कर्नल पीके दास और पूरबी दास की बेटी हैं. मूल रूप से दार्जिलिंग की रहने वाली स्मिता ने नौवीं कक्षा से हैदराबाद में पढ़ाई की. उन्होंने अपनी 12वीं सेंट एन्स, मेरेडपल्ली, हैदराबाद से पूरी की. उन्होंने अपनी बारहवीं कक्षा (आईसीएसई बोर्ड) में प्रथम स्थान हासिल किया था.


इसके बाद उन्होंने सैंट फ्रांसिस कॉलेज फॉर वुमेन से बीकॉम किया. स्मित आईएएस एग्जाम के पहले प्रयास में नाकाम रही थीं. 2000 में उन्होंने दूसरी बार एग्जाम दिया. इस बार उन्होंने ना सिर्फ परीक्षा पास की बल्कि चौथी रैंक भी हासिल की. 23 साल की उम्र में ही उन्हें ये कामयाबी मिली.

स्मिता ने इसके बाद तेलंगाना कैडर के आईएएस की ट्रेनिंग ली. वह चितूर में सब-कलेक्टर रहीं. इसके अलावा वह कडप्पा रूरल डेवलपमेंट एजेंसी की प्रोजेक्ट डायरेक्टर,वारंगल की नगर निगम कमिश्नर और कुरनूल की संयुक्त कलेक्टर रही हैं.


स्मिता की तैनाती जहां-जहां हुई, लोगों के दिल में उन्होंने अपनी जगह बना ली. उनकी इमेज जनता की अधिकारी वाली बन गई है. अपने कार्यकाल के दौरान स्मिता कई बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां संभाली हैं. उन्हें तेलंगाना राज्य में किए गए कई सारे सुधारों के लिए जाना जाता है.


वह मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त होने वाली पहली महिला आईएएस अधिकारी भी हैं. वर्तमान में, वह तेलंगाना के सीएम की सचिव हैं. वह सचिव, ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग और मिशन भगीरथ के रूप में अतिरिक्त प्रभार भी संभालती हैं.