जिले में गर्मी के बढ़ रहे प्रकोप से चमकी बुखार का खतरा बढ़ने लगा है। चमकी को धमकी देने में स्वास्थ्य महकमा हर तरह से जुट गया है। इसके साथ ही लोगो में इसकी जागरूकता को लेकर विभाग के अधिकारी और कर्मी अभियान चलाने में जुट गए हैं।

इसके तहत नुक्कड़ के माध्यम से लोगो को जागरूक करने में लगे है। वहीं चमकी के प्रकोप व प्रभाव को लेकर लोगों को प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी जा रही है। इस मौसम में बच्चों की सुरक्षा को लेकर विशेषकर माताओं को गर्म हवाओं की चपेट से बच्चों को सुरक्षित रखने एवं स्वच्छ भोजन व पानी देने पर जोर दिया जा रहा है।

माताओं को हर हाल में बच्चों की सुरक्षा व चमकी से निबटने के लिए रात में भोजन कराकर कर ही सुलाने की बात समझाई जा रही है। इधर चमकी बुखार से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला से लेकर प्रखंड तक के अस्पतालों में चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की स्पेशल टीम का गठन कर दिया गया है।

इसके साथ ही स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए एएनएम के साथ ही आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर सक्रिय कर दिया गया है तथा उन्हें घर-घर संपर्क कर बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी के साथ ही मॉनिटरिंग करते रहने की सख्त हिदायत दी गई है।

मौसम में दिनों दिन तापमान बढ़ रहा है। सुबह से ही कड़क धूप से लोगों की बेचैनी बढ़ने लगी है। दोपहर में जहां सड़कें व बाजार में सन्नाटा पसर रहा है। वहीं तेज धूप से भवन चमकते नजर आ रहे है। दोपहर में प्रायः गर्म पछुआ हवा के झोकों से घरों के अंदर भी परेशानी बढ़ रही है।

लोग घरों के गेट व खिड़कियां बंद कर रहने लगे हैं। इधर इस मौसम में दिनों दिन वायुमंडल में आद्रता प्रतिशत लगातार घटने लगा है। सुबह के समय जहां सापेक्षित आद्रता 60 प्रतिशत से नीचे पहुंच रहा है वहीं शाम के समय आद्रता घटकर 20 से नीचे पहुंच रहा है।

INPUT : BHASKAR